Pahalgam Attack: पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले ने जहां 26 जिंदगियों को निगल लिया और कश्मीर की धरती को कभी न भरनेवाला घाव दे दिया। एक और जहां लोग हिंदू-मुस्लिम की लड़ाई में उलझे रहे, वहीं कश्मीर के आम लोगों ने जाति-धर्म से परे जाकर पीड़ित परिवारों की मदद के लिए अपने घर, होटल और दिल के दरवाजे खोल दिये। ऑटो-रिक्शा चालकों ने पर्यटकों को मुफ्त में एयरपोर्ट और अस्पताल पहुंचाया। होटल और होमस्टे वालों ने पीड़ितों को मुफ्त रुकने की व्यवस्था की। कश्मीर का हर खासो-आम अपनी हैसियत के हिसाब से पर्यटकों की मदद में लग गया, ताकि उनकी मिट्टी पर कोई दाग ना लगे।
कश्मीरियों ने दिखाई इंसानियत की मिसाल
Pahalgam Attack: कश्मीर के लाल चौक पर ऑटो-रिक्शा चालक बिना किसी दिखावे के पर्यटकों को मुफ़्त में उनके गंतव्य तक पहुंचाते रहे । श्रीनगर के बिलाल अहमद ने कहा, “यह हमला सिर्फ़ पर्यटकों पर नहीं था। यह हमला कश्मीर की आत्मा पर था। हम चुप नहीं रह सकते थे। वे हमारे मेहमान बनकर यहां आए थे और डर के मारे चले गए। इससे हमारा दिल टूट गया।” बिलाल ने बताया, “एक युवा जोड़ा, जो काफी घबराया हुआ था, एयरपोर्ट का रास्ता पूछने के लिए स्टैंड पर आया। उन्हें नहीं पता था कि किस पर भरोसा किया जाए। मैंने उनसे कहा, आप यहां सुरक्षित हैं। हम आपके साथ हैं। और हमने उन्हें एयरपोर्ट पर उतार दिया। उन्होंने पैसे देने पर जोर दिया, लेकिन हम ऐसे समय में पैसे कैसे ले सकते थे?” बिलाल के साथ एक दर्जन से ज़्यादा ड्राइवर जुड़ गए और वे सिर्फ़ एयरपोर्ट ही नहीं, बल्कि होटलों और खाने-पीने की दुकानों तक भी मुफ़्त में सवारी की सुविधा दे रहे थे। उन्होंने स्थानीय होटलों के साथ मिलकर ऐसे पर्यटकों की पहचान भी की, जिन्हें मदद की ज़रूरत हो सकती है।
श्रीनगर के चिकित्सक डॉ. इरफान उल शमास ने भी अपने होटल और होमस्टे के दरवाजे खोल दिए । सोशल मीडिया पर डॉ. शमास ने कहा,”कोई भी पर्यटक जो बंद राजमार्ग और उच्च हवाई किराए के कारण आवास की समस्या का सामना कर रहा है, वह मेरे होटल और होमस्टे में निशुल्क ठहरने के लिए 7006450920 पर संपर्क कर सकता है।” डॉ. शमास की तरह, अन्य होटल व्यवसायियों ने भी फंसे हुए पर्यटकों के लिए अपनी प्रापर्टी उपलब्ध करा दी।
पीठ पर लादकर जान बचाई
Kashmiri youth carried a tourist boy on his shoulders and saved him during the Pahalgam Terror Attack. pic.twitter.com/qGkHuNRgcn
— The Nawakadal (@Nawakadal3) April 23, 2025