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एनएमडीसी ने छत्तीसगढ़ में ₹113.53 करोड़ के सीएसआर प्रोजेक्ट्स को दी मंजूरी

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एनएमडीसी ने छत्तीसगढ़ में ₹113.53 करोड़ के सीएसआर प्रोजेक्ट्स को दी मंजूरी, सतत विकास को मजबूती
 
देश की नवरत्न कंपनियों में से एक एनएमडीसी लिमिटेड ने सीएसआर को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। एनएमडीसी ने छत्तीसगढ़ में ₹113.53 करोड़ के सीएसआर प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है। NMDC के इस फैसले से CSR के माध्यम से छत्तीसगढ़ के सतत विकास को मजबूती मिलने वाली है। हम आपको बता दें कि NMDC भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के तहत एक नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है और देश में लोहे का सबसे बड़ा उत्पादक है। NMDC ने छत्तीसगढ़ में महत्वपूर्ण Corporate Social Responsibility यानी सीएसआर परियोजनाओं को मंजूरी देकर समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। हाल ही में हुई निदेशक मंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया, जिससे राज्य में सतत और समावेशी विकास सुनिश्चित करने के प्रति एनएमडीसी की प्रतिबद्धता स्पष्ट हुई।

छत्तीसगढ़ में ₹113.53 करोड़ के 148 सीएसआर प्रोजेक्ट्स

एनएमडीसी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए छत्तीसगढ़ में दीर्घकालिक सीएसआर प्रोजेक्ट्स के तहत 148 पहलों के लिए ₹113.53 करोड़ के बजट को मंजूरी दी है। इसमें से ₹108.92 करोड़ के प्रोजेक्ट्स राज्य सरकार के साथ मिलकर करने का प्रस्तावित हैं, जो स्थानीय विकास के लिए एक सहयोगी दृष्टिकोण को दर्शाते हैं। ₹82.80 करोड़ के सीएसआर के काम एनएमडीसी द्वारा सीधे तौर पर किया जायेगा वहीं ₹26.12 करोड़ के काम Chhattisgarh Government के साथ साझेदारी में पूरे किए जाएंगे। The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए एनएमडीसी के सीएमडी अमिताभ मुखर्जी ने कहा कि कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी एनएमडीसी के मूल में है और इसकी स्थापना से ही हम इसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभा रहे हैं। स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छता, पेयजल, बुनियादी ढांचे के विकास और रोजगारपरक कौशल विकास से लेकर शिक्षा तक, हम छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों और प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।”

एनएमडीसी करेगी इन प्रमुख सीएसआर क्षेत्रों पर फोकस

एनएमडीसी की सीएसआर पहलों को छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और पिछड़े समुदायों की समृद्धि के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। ये पहल मुख्य रूप से इन मुद्दों पर केंद्रित रहने वाले हैं। शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में आस्था गुरुकुल, सक्षम और छू लो आसमान जैसी शैक्षिक पहलों को मजबूती प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। ये संस्थान एनएमडीसी द्वारा स्थापित शैक्षिक केंद्र का हिस्सा हैं और बच्चों और युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल विकास के अवसर प्रदान करते हैं। सुदूर क्षेत्रों में लाइब्रेरी स्थापना, साक्षरता को बढ़ावा देना और शैक्षिक संस्थानों के बुनियादी ढांचे में सुधार जैसे कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।

स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना और पोषण एवं बाल कल्याण पर भी जोर

एनएमडीसी स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए कई पहल कर रहा है, जिसमें स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण, सौर ऊर्जा से संचालित प्रणालियों की स्थापना, आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति और सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करना शामिल है। बच्चों और महिलाओं के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों और उनकी बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दिया गया है। प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के लिए पोषण संबंधी कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें, सामुदायिक भवन और अन्य बुनियादी सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की कनेक्टिविटी और जीवन स्तर में सुधार होगा।

एनएमडीसी का सीएसआर सतत और समावेशी विकास की दिशा में एक सराहनीय कदम है

एनएमडीसी की ये परियोजनाएं न केवल लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करेंगी बल्कि राज्य और देश के विकास लक्ष्यों में योगदान देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। एनएमडीसी ने एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट कंपनी के रूप में अपनी पहचान बनाई है और यह पहल इसके सतर्क कॉर्पोरेट प्रशासन का प्रमाण है। छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और पिछड़े समुदायों के उत्थान के लिए एनएमडीसी का यह योगदान सतत और समावेशी विकास की दिशा में एक और कदम है।