भले ही हमारे देश की सरकारें विकास के बड़े-बड़े दावें करें लेकिन सच्चाई यही है कि कुछ ऐसे भी गांव हैं जहां इक्कीसवी सदी में भी अभी तक बिजली नहीं पहुंची है। बिजली एक ऐसा आधार स्तंभ है जो विकास के मायने ही बदल देती है। ज़रा सोचिये कि आप बिजली की पहुंच से कोसो दूर है। ना आप मोबाइल चला पा रहें हैं, ना आप पंखा और तो और आपकी जिंदगी में कितना अंधेरा होगा। इस ख़्याल से ही हम डर जाते है। लेकिन उन लोगों की जिंदगी कैसे होगी जिनके घरों तक बिजली का एक तार तक नहीं पहुंचा है। वो भी इक्कीसवी सदी में, आज़ादी के इतने साल बाद भी।
जिन घरों में अब तक बिजली नहीं पहुंची, एनसीएल अपने सीएसआर से करेगी बिजलीकरण
ये दशा है मध्य प्रदेश की (Madhya Pradesh News) जहां बिजली नही होने से ग्रामीणों की जिंदगी अंधेरे में थी। अब जाकर इनके घरों के साथ-साथ उनकी जिंदगियों में भी उजाला आएगा। दरअसल नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के दूधिचुआ क्षेत्र ने Corporate Social Responsibility (सीएसआर – CSR) के तहत सिंगरौली जिले के चितरंगी विकासखंड के दूरदराज जहां बिजली नहीं है ऐसे गावों का पूर्ण रूप से विद्युतीकरण करवाने का बीड़ा उठाया है। जिसके लिए नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (Northern Coalfields Limited) ने मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, सिंगरौली के साथ रु.53.07 करोड़ का एमओयू किया है।
इस एमओयू के तहत चितरंगी जनपद के गावों के ऐसे माजरे या टोले जहां के घरों में बिजली नहीं पहुंची है। ऐसे 10253 घरों का विद्युतीकरण किया जाएगा। इसके अंतर्गत विद्युतीकरण के लिए जरुरी इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार, 11 केवी लाइन, एलटी लाइन, ट्रांसफ़ोर्मर इत्यादि का प्रबंध भी किया जाएगा। एमओयू के तहत निर्धारित धनराशि एनसीएल द्वारा तीन चरणों में दी जाएगी और यह बिजलीकरण (Electrification in Madhya Pradesh) का काम मार्च 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। इस एमओयू पर Northern Coalfields Limited (एनसीएल) की ओर से दूधिचुआ क्षेत्र के महाप्रबंधक अनुराग कुमार व Madhya Pradesh Poorv Kshetra Vidyut Vitaran Company Ltd. की ओर से अधीक्षण अभियंता राघवेंद्र प्रसाद मिश्र ने हस्ताक्षर किये। (NCL CSR News)
भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी है नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड
गौरतलब है कि देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाली कंपनी एनसीएल एक तरफ जहां कोयला उत्पादन को लेकर लगातार कीर्तिमान स्थापित कर चुकी है वहीं दूसरी तरफ अपने सामाजिक जिम्मेदारी को भी गंभीरता से लेते हुए हमेशा सामाजिक गतिविधियों को लेकर आगे रहती है। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड एक पीएसयू यानी पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग है जो कि कोल इंडिया लिमिटेड के अधीन है। नार्दन कोलफील्ड लिमिटेड का मुख्यालय मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में स्थापित है वही कंपनी की कुछ खदानें उत्तर प्रदेश राज्य में भी है जहां पर कोयले का उत्पादन किया जाता है। एनसीएल मुख्य रूप से सामाजिक उत्थान, सतत विकास और पर्यावरण उन्नयन के संबंध में कोयले के उत्पादन के उद्देश्य से संचालित होता है।