मध्य प्रदेश के धार जिले में सीएसआर में गड़बड़ी देखने को मिल रही है। लाखों रुपये के सीएसआर फंड से बना वॉर्ड उस वक़्त पानी-पानी हो गया जब सीजन की पहली बारिश हुई और देखते ही देखते धार के जिला अस्पताल में एक वॉर्ड से छत का छज्जा गिर गया और वॉर्ड के भीतर पानी का रिसाव शुरू हो गया। Madhya Pradesh के Dhar District में मानसून की दस्तक के साथ ही पहली बारिश ने जिला अस्पताल के विकास की पोल खोल दी।
एमपी में सीएसआर में गड़बड़ी, Mylan Laboratories Limited के सीएसआर से बना मेटरनिटी वॉर्ड का छज्जा गिरा
दरअसल Mylan Laboratories Limited ने अपने सीएसआर फंड से पिछले साल सितंबर में धार जिला अस्पताल को एक मेटरनिटी वॉर्ड बनाकर दिया। Mylan Laboratories Limited ने इसके लिए अपने CSR से लगभग 90 लाख खर्च किया। जिला अस्पताल में बने इस मेटरनिटी वॉर्ड में 2 कमरे और 2 हाल है। 30 बेड्स के इस मेटरनिटी वॉर्ड में मायलैन लैबोरेट्रीज लिमिटेड ने इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ साथ बेड्स और दूसरे उपकरण दिए। लेकिन पहली बारिश में ही छत से पानी का रिसाव और फिर सीलिंग का टूटना इससे ये साफ़ अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस वॉर्ड को बनाने में गड़बड़ी है।
90 लाख के सीएसआर से बना एमपी का सरकारी अस्पताल, हालत जर्जर
जब इस मामले में The CSR Journal ने धार जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ एमएस मालवीय से बात किया तो उन्होंने बताया कि “छत का ट्रीटमेंट सही नहीं किया गया इसलिए इस तरह की दिक्कत हुई है। जिला अस्पताल में बारिश के कारण नई बिल्डिंग में रिसाव देखने को मिला है। रिसाव भी इतना कि वार्ड को खाली करवाकर महिलाओं को शिफ्ट करना पड़ा। ये बिल्डिंग Mylan Laboratories Limited ने अपने CSR Fund से लगभग 90 लाख खर्च कर बनवाया है। हमने इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दे दिया है। Mylan Laboratories Limited के अधिकारियों को इसे ठीक करने के लिए कहा गया है।