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उद्धव से ज्यादा उदार एकनाथ शिंदे, बनें 748 मरीजों के नाथ

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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने संवेदनशीलता के लिए जानें जाते हैं। मुख्यमंत्री की कमान संभालने से पहले जब एकनाथ शिंदे मंत्री थे तब भी राज्य पर आये हर एक आपदा में वो लोगों के बीच पहुंचकर मदद के लिए तत्पर रहते और अब भी एकनाथ शिंदे जरूरतमंदों की मदद में आगे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Maharashtra CM Eknath Shinde) ने महज तीन महीने में ही ऐसे 748 मरीजों की आर्थिक मदद की है जिनके पास इलाज के पर्याप्त पैसे नहीं थे। सीएम एकनाथ शिंदे द्वारा मदद और इंसानियत का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। पिछले तीन महीनों में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के माध्यम से मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से जरूरतमंदों की मदद में लगातार इजाफा हो रहा है।

एकनाथ शिंदे ने महज 3 महीनों में ही की 748 मरीजों को आर्थिक मदद, मदद का अकड़ा 3.65 करोड़ से ज्यादा

आकड़ों की मानें तो मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष (Maharashtra CM Relief Fund) से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लगभग 748 जरूरतमंद मरीजों की आर्थिक मदद की है। एकनाथ शिंदे ने जुलाई महीने में मुख्यमंत्री पद का कमान संभाला और उसके बाद से ही मदद का सिलसिला बड़े पैमाने पर शुरू हो गया। अकेले जुलाई महीने में 194 मरीजों को 84 लाख रुपये की मदद की। बात करें अगस्त महीने की तो 263 मरीजों को 1 करोड़ 25 लाख रुपये की मदद मिली। सितंबर महीने में ये आकड़ा 291 मरीजों तक पहुंच गया और 1 करोड़ 56 लाख की मदद इन मरीजों को मिली। यानी महज तीन महीनों के भीतर सीएम एकनाथ शिंदे ने जरूरतमंद मरीजों को 3.65 करोड़ की आर्थिक मदद की है।

अक्षम को सक्षम करती है सीएम रिलीफ फंड

ये वो मरीज हैं जो अपना इलाज करवाने के लिए आर्थिक तौर पर सक्षम नहीं है। आलम कभी-कभी ये भी हो जाता है कि मरीज का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा होता है और मरीज के परिजनों का पैसा खत्म हो जाता है ऐसे में सीएम मेडिकल रिलीफ फंड ऐसे मरीजों और परिजनों के लिए बहुत मददगार साबित होता है। पूरे राज्य भर में जरूरतमंद और गरीब मरीजों इलाज के साथ ही ऑपरेशन के लिए भी सीएम रिलीफ फंड से आंशिक रूप से मदद किए जाते हैं। मुख्यमंत्री राहत कोष का उद्देश्य महाराष्ट्र राज्य के साथ-साथ देश के आपदा पीड़ितों को तत्काल सहायता प्रदान करना है।

उद्धव ठाकरे की तुलना में एकनाथ शिंदे मरीजों की मदद के मामले में ज्यादा उदार है

बाढ़, सूखा, आग के कारण होने वाली दुर्घटनाओं जैसी बड़ी प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित नागरिकों को “मुख्यमंत्री सहायता कोष” के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इस कोष के माध्यम से समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को बीमारियों के इलाज के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है। जहां एक तरफ CM Eknath Shinde 3 महीनों में 748 मरीजों को 3.65 करोड़ की मदद की वहीं जब उद्धव ठाकरे सीएम थे तब ये आकड़ा बहुत सीमित था। उद्धव ठाकरे की तुलना में एकनाथ शिंदे मरीजों की मदद के मामले में ज्यादा उदार है। उद्धव ठाकरे के कार्यकाल की बात करें तो साल 2020-21 में 4395 मदद के लिए आवेदन आये लेकिन 1784 आवेदन ही मंजूर हुए और महज 8 करोड़ रुपये ही जरूरतमंदों को मिले। वहीं बात 2021-22 की करें तो 6317 आवेदन आये और 2463 आवेदनों को मंजूर करते हुए 11 करोड़ की आर्थिक मदद किये।

महाराष्ट्र के दूरदराज इलाकों तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाते है डॉ श्रीकांत शिंदे

उद्धव और एकनाथ शिंदे (Uddhav Thackeray VS Eknath Shinde) में तुलना करें तो एकनाथ मरीजों की मदद के मामले में ज्यादा उदार है। एकनाथ शिंदे मरीजों की मदद अरसे से करते आ रहें हैं। एकनाथ शिंदे के बेटे डॉ.श्रीकांत शिंदे (Shrikant Shinde) खुद एक डॉक्टर है और डॉ श्रीकांत शिंदे फाउंडेशन (Dr. Shrikant Shinde Foundation) चलाते है। इस फाउंडेशन की पहल से शिवसेना वैद्यकीय मदद कक्ष (Shivsena Medical Help Cell) की भी स्थापना की गयी जो पूरे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त और कोई मेडिकल फैसिलिटी से कोई वंचित ना रह जाए इसके लिए काम कर रहा है।

सीएम रिलीफ फंड से मदद पाना होगा और भी आसान

मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष के प्रमुख मंगेश चिवटे (Mangesh Chivte) ने बताया कि “जब से एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने है मदद की आस रखने वालों की तादाद बढ़ी है।Maharashtra CM Medical Relief Fund को पाने का तरीका और भी सरल और आसान बनाया जा रहा है, जल्द ही महाराष्ट्र की आम जनता के लिए Maharashtra CM Medical Relief Fund का ऐप और टोल फ्री नंबर लांच किया जायेगा ताकि महज एक ही क्लिक पर जरूरतमंद तक सहायता पहुंच सकें”।