पर्यावरण के लिए पारंपरिक बिजली उत्पादन अच्छा नहीं होता लिहाजा देश में रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) पर जोर दिया जा रहा है। बिजली की मांग को देखते हुए देश के हर राज्य अपने बिजली उत्पादन की क्षमता को बढ़ा रहें है। महाराष्ट्र में ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए राज्य में सोलर, विंड और रिन्यूएबल एनर्जी परियोजनाओं पर अधिक बल दिया जा रहा है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य की बिजली उत्पादन को बढ़ाने के लिए महानिर्मिती (Maharashtra State Power Generation Company), महात्मा फुले कृषि विश्वविद्यालय, महाउर्जा (Maharashtra Energy Development Agency) और सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (SJVN – एसजेवीएन) के बीच एक समझौता किया।
महाराष्ट्र में 5,220 मेगावाट की क्षमता के साथ बढ़ जाएगी बिजली उत्पादन (Green Energy)
The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारें अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा दे रही हैं। ऐसे में Power Generation की क्षेत्र में महाराष्ट्र के लिए ये बड़ी उपलब्धि है। इससे महाराष्ट्र में 5 हजार 220 मेगावॉट बिजली उत्पादन होगा इसके साथ ही 6 हजार 760 रोजगार सृजित होंगे। इस परियोजना के लिए करीब 41 हजार करोड़ का निवेश महाराष्ट्र में आएगा। 2030 तक स्थापित क्षमता का 50 फीसदी नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) द्वारा पूरा किया जाना है। निरंतर बिजली की सप्लाई के लिए बड़ी मात्रा में एनर्जी स्टोरेज की जरुरत होती है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र की पावर जनरेशन कंपनी महाजेनको को अक्षय ऊर्जा के लिए हर संभव कोशिश के निर्देश भी दिया।
महाराष्ट्र में बिजली उत्पादन का ये होगा केंद्र
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के राहुरी में महात्मा फुले कृषि विश्वविद्यालय के 400 एकड़ क्षेत्र में 100 मेगावाट की क्षमता के सोलर पावर प्रोजेक्ट विकसित किए जाएंगे। विश्वविद्यालय के बिजली बिलों को कम करने के लिए Mahagenco – Maharashtra State Power Generation Company स्वतंत्र रूप से 500 किलोवाट की क्षमता का सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट (Solar Power Project in Maharashtra) भी स्थापित करेगी। इस प्रोजेक्ट पर 472.19 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। वही महाऊर्जा (महाराष्ट्र विद्युत विकास एजेंसी) महाराष्ट्र के पुणे में 25.6 मेगावॉट के क्षमता का सौर और पवन ऊर्जा (Solar and Wind Energy) प्रोजेक्ट महाराष्ट्र एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी के परिसर चालकेवाडी में लगाएगी। इन परियोजनाओं में 518 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
Maharashtra में बढ़ी हुई Power Generation से लोगों को मिलेगा राहत
सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड के तहत Mahagenco 5,000 मेगावाट की क्षमता वाली नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करेंगी। इसमें सौर, जल, पवन और जल विद्युत परियोजनाओं की स्थापना के लिए 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। MoU साइनिंग के इस अवसर पर Devendra Fadanvis के साथ ऊर्जा विभाग की प्रधान सचिव आभा शुक्ला, महाजेनको के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक पी. अन्बलगन उपस्थित थे। महाराष्ट्र में बिजली की मांग 29,116 मेगावाट के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई और सप्लाई इससे कम है लिहाजा महाराष्ट्र में बिजली कटौती भी एक समस्या है। महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले से महाराष्ट्रवासियों को राहत मिलेगी।