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MSRDC के इस पहल से रुकेंगे समृद्धि महामार्ग पर सड़क हादसे

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MSRDC के इस पहल से रुकेंगे समृद्धि महामार्ग पर सड़क हादसे, सीएम ने समर्पित किया 15 इंटरसेप्टर वाहन
 
10 महीने, 135 लोगों की मौत और 1282 सड़क हादसे, ये आकड़े है हिंदूहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग पर होने वाले रोड एक्सीडेंट के। महाराष्ट्र की समृद्धि का रास्ता तय करने वाला हिंदूहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग (Hindu Hrudaysamrat Balasaheb Thackeray Maharashtra Samruddhi Mahamarg) इंजीनियरिंग मार्वल्स है। लेकिन लोगों की लापरवाही, निर्धारित गति सीमा और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो जाते। जिनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल (Maharashtra State Road Development Corporation Limited) की ओर से कुल 15 इंटरसेप्टर वाहन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Maharashtra CM Eknath Shinde) द्वारा आज महामार्ग पुलिस को सौंपे गए।

इंटरसेप्टर गाड़ियों को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हरी झंडी दिखाकर समृद्धि महामार्ग को समर्पित किया

701 किलोमीटर की लंबाई में से हिंदुहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग (Hindu Hrudaysamrat Balasaheb Thackeray Maharashtra Samruddhi Mahamarg) नागपुर से भरवीर तहसील इगतपुरी (600 किमी) को यातायात के लिए खोल दिया गया है। हर दिन हजारों वाहन समृद्धि महामार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (यातायात) ने समृद्धि महामार्ग पर यातायात को सुचारू बनाने और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए MSRDC से 15 महामार्ग पुलिस केंद्रों के लिए इंटरसेप्टर गाड़ियां उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। इसके अनुसार MSRDC की ओर से 15 स्कॉर्पियो गाड़ियां खरीदी गईं।  मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और लोक निर्माण मंत्री (सार्वजनिक उपक्रम) दादाजी भुसे की उपस्थिति में इन वाहनों को अपर पुलिस महानिदेशक (यातायात) के कार्यालय को हस्तांतरित कर दिया गया।

यात्रियों की सुरक्षा के लिए तत्पर है MSRDC

701 किमी लंबे हिंदुहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग (Samruddhi Mahamarg) में से नागपुर से भरवीर तहसील इगतपुरी (600 किमी) तक यातायात के लिए खुला है। समृद्धि हाईवे पर अब तक लगभग 57 लाख वाहन सफर कर चुके हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिए MSRDC तत्पर है और कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। महामार्गों पर होने वाली दुर्घटनाओं (Road Safety at Samruddhi Highway in Maharashtra) के लिए एक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जिसके माध्यम से रैपिड रिस्पांस वाहन, 108 एम्बुलेंस, महामार्ग पुलिस, महाराष्ट्र राज्य सुरक्षा महामंडल आदि को दुर्घटनाओं/अन्य घटनाओं का अलर्ट दिया जाता है। ताकि मौके पर जल्दी मदद पहुंचाने में सुविधा हो। यात्रियों को तुरंत मदद मिल सके, इसके लिए हाईवे पर हेल्पलाइन नंबर बोर्ड लगाए गए हैं। इसके अलावा समृद्धि महामार्ग पर घटना प्रबंधन (Incident Management) सुचारू रूप से हो, इसके लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर तैयार किया गया है और इसी तरह हादसा प्रबंधन रिस्पांस सिस्टम के जरिए कामकाज देखा जाता है।

समृद्धि महामार्ग पर सड़क सुरक्षा के लिए MSRDC ने उठाये है ये कदम

इसके अलावा हाईवे पर यातायात और हादसा नियंत्रण के लिए इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम (आईटीएस) लगाया जाएगा। महामार्ग पर चालकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए हर 25 किमी पर रंबलर्स स्ट्रिप, जगह-जगह विभिन्न रंग के झंडे और विभिन्न शिल्प लगाए गए हैं। साथ ही टोल बूथों पर गति मापने वाले बूथ (Hooters) लगाए गए हैं, ताकि इससे गति सीमा से अधिक गति से वाहन चलाने वाले ड्राइवरों की पहचान की जाती है और आरटीओ विभाग के माध्यम से उन्हें परामर्श दिया जाता है। Samruddhi Highway के अधिकांश स्थानों पर दोनों किनारों पर एक सुरक्षात्मक दीवार बनाई गई है। वन्य प्राणियों और छुट्टा जानवरों की आवाजाही को रोकने के लिए क्रैश बैरियर के किनारे चेन लिंक फेंसिंग भी लगाई जाएगी।

Maharashtra State Road Development Corporation की सुरक्षा इंतजामों से Road Accidents में आ रही है कमी

समृद्धि महामार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक रैपिड रिस्पांस वाहन – 21, एम्बुलेंस – 21, ई.पी.सी गश्त वाहन – 14, महामार्ग सुरक्षा पुलिस केंद्र – 13, महाराष्ट्र राज्य सुरक्षा महामंडल के माध्यम से – 142 सुरक्षा गार्ड और 30 टन क्रेन – 13 इस प्रकार की उपाय योजना भी तैयार रखी गई है। इस अवसर पर विधायक प्रताप सरनाईक, विधायक रवि फाटक, महामंडल के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राधेश्याम मोपलवार (MSRDC VC And MD Radheshyam Mopalwar), सह-प्रबंध निदेशक संजय यादव, सह-प्रबंध निदेशक अनिल कुमार गायकवाड और पुलिस अधीक्षक (महामार्ग पुलिस दस्ता) अरविंद सालवे, नरेश म्हस्के और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।