मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh News) के पन्ना में स्थित श्री जुगल किशोर जी मंदिर में लगा आरओ वाटर प्लांट (RO Water Plant) ऐन भीषण गर्मी के दौरान बंद पड़ गया है। जिससे इन मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं में बहुत परेशानी झेलनी पड़ रही है। श्री जुगल किशोर जी मंदिर में लगा आरओ वाटर प्लांट सीएसआर फंड से लगाया गया था। गौरतलब है कि बुंदेलखंड के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र बिन्दु है ये जुगल किशोर जी मंदिर जहां दर्शन के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में बुंदेलखंड ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग स्थानों से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते है। जुगल किशोर मंदिर (Jugal Kishor Mandir) की ख्याति को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पन्ना में जुगल किशोर लोक के निर्माण की कार्य योजना को मंजूरी दी गई है लेकिन इन सब के बीच मंदिर की सुविधाओं और व्यवस्थाओं को लेकर जिम्मेदारों की उदासीनता भी देखी जा रही है। जुगल किशोर लोक के निर्माण कार्यों की अभी तक शुरुआत नहीं हो सकी है। वहीं मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को बुनियादी समस्याओं का भी सामना करना पड रहा है।
बूंद-बूंद पानी के लिए तरसते श्रद्धालु
Madhya Pradesh के Panna में स्थित श्री जुगल किशोर जी मंदिर की वर्तमान स्थिति यह हो गई है जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में हर दिन दर्शन के लिए पहुंचते है लेकिन उनके लिए शुद्ध पीने का पानी की व्यवस्था भी नहीं हैं। जबकि मंदिर में लगभग सात लाख रुपए की लागत से हीरा खनन परियोजना एनएमडीसी मझगवां (NMDC Diamond Mining Project, Panna) द्वारा अत्याधुनिक आरओ प्लांट लगाया था। NMDC ने ये डेवलपमेंट का ये काम अपने सीएसआर मद से किया था। जिससे श्रद्धालुओं को शुद्ध एवं शीतल पेयजल की व्यवस्था हुई थी लेकिन मंदिर प्रबंधन द्वारा आरओ प्लांट के रखखाव को लेकर कोई ख़ास इंतज़ाम नहीं किया, जिसके चलते लाखों रुपए की लागत से लगाए गए आरओ प्लांट काफी लंबे समय से ठप पडा हुआ है और स्थिति यह है कि मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालु प्यास लगने पर बूंद-बूंद पानी (Water Scarcity) के लिए तरस रहे है।
सीएसआर से मिला आरओ वाटर प्लांट का नहीं हुआ रखरखाव
स्थिति यह है कि आरओ प्लांट से जो नल की जो टोटियां थी उनमें कुछ टोटियां भी टूट चुकी है जो लगी है उसके पाइप हिल रहे हैं। आरओ प्लांट के बंद होने से न तो पानी फिल्टर हो रहा है और न ही ठंडा हो रहा है ऐसे में सीधे टंकी का पानी ही नल में जो टोटी लगी हुई है बूंद-बूंद कर टोटियों से गर्म निकल रहा है और इसके चलते इस पानी को श्रद्धालु पी भी नहीं पा रहे हैं। आरओ प्लांट का रखरखाव और देखरेख नहीं होने की वजह से प्लांट के अंदर गंदगी एवं कचरा भरा पडा हुआ है जिससे साफ जाहिर है कि लंबे समय से साफ-सफाई तक नहीं की गई है। जहां पर आरओ प्लांट लगाया गया है वहीं पर पूर्व में एक वाटर कूलर भी लगा हुआ था जिसके ठंडे पानी का उपयोग लोग उस समय करते थे वह गायब हो गया है। एनएमडीसी द्वारा मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के शीतल पेयजल की व्यवस्था के लिए प्रशासन के सुझाव पर मंदिर परिसर में आरओ प्लांट लगाया गया था। लेकिन आरओ प्लांट लगने के बाद इसकी सुरक्षा और पानी के दुरुपयोग रोकने को लेकर प्रबंधन की ओर से सुरक्षित व्यवस्था नहीं की गई।