app-store-logo
play-store-logo
December 26, 2025

दिल्ली छोड़ो! बेंगलुरु को बनाओ भारत की राजधानी, महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

The CSR Journal Magazine
सोशल मीडिया पर एक वीडियो ने देशभर में बहस छेड़ दी है, जिसमें एक दिल्ली की रहने वाली महिला ने बेंगलुरु को भारत की नई राजधानी बनाने की मांग की है। इस वीडियो में महिला ने न सिर्फ दिल्ली की तुलना में बेंगलुरु की बेहतर जीवनशैली और सुरक्षा का हवाला दिया, बल्कि भारत की राजधानी के तौर पर दिल्ली के चुनाव पर सवाल उठाए। वीडियो वायरल होते ही लोग दो विरोधी धड़ों में बंट गए और इंटरनेट पर चर्चा छिड़ गई।

साफ़ हवा और सुरक्षित रास्ते

वीडियो में सिमरिधि मखीजा ने साफ़-सुथरी हवा को बेंगलुरु का बड़ा फायदा बताया। उनका कहना था कि दिल्ली की हवा इतनी गंदी है कि वहां रहना ‘गैस चेंबर’ में रहने जैसा अनुभव देता है। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी प्रदूषित राजधानी के बावजूद इसे क्यों देश की दिल की राजधानी बनाया गया। इसके अलावा सिमरिधि ने महिलाओं की सुरक्षा को भी मुद्दा बनाया। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु में रात 10 बजे अकेले घर लौटते समय उन्हें कोई डर नहीं लगता, जबकि दिल्ली में यह चिंता आज भी आम बात है।

इंफ्रास्ट्रक्चर में बेंगलुरु को क्यों माना बेहतर?

सिमरिधि ने दिल्ली के खराब सड़क और यातायात व्यवस्था पर भी निशाना साधा। उनका कहना था कि बेंगलुरु की सड़कें और पब्लिक स्पेस पैदल चलने वालों के लिए कहीं ज्यादा अनुकूल हैं। उन्होंने सवाल किया कि जब कोई विदेशी मेहमान भारत आता है तो उसे दिल्ली की टूटी सड़कें, भीड़भाड़ और चलने लायक जगह की कमी क्यों झेलनी चाहिए। इसके मुकाबले बेंगलुरु का इंफ्रास्ट्रक्चर अधिक साफ़ और आधुनिक है, जो शहर को ज्यादा रहने योग्य बनाता है।

सोशल मीडिया पर दो धड़े बन गए

वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई। एक ओर लोग सिमरिधि के विचारों का समर्थन कर रहे हैं और दिल्ली की जीवनशैली व प्रदूषण को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कई लोग इसे अवास्तविक और केवल सनसनी फैलाने वाला दावा बता रहे हैं। कुछ लोग तो बेंगलुरु में बढ़ती ट्रैफिक और आईटी सेक्टर की भीड़ के कारण इसे राजधानी बनाने के विचार को असंभव मानते हैं।

क्या बेंगलुरु वास्तव में देश की राजधानी बन सकती है?

विशेषज्ञों के अनुसार, किसी भी शहर को राजधानी बनाने का फैसला केवल जीवनशैली या सुरक्षा पर निर्भर नहीं करता। ऐतिहासिक, राजनीतिक और प्रशासनिक कारण भी महत्वपूर्ण होते हैं। दिल्ली लंबे समय से राजनीतिक केंद्र रहा है और इसमें संसदीय और प्रशासनिक ढांचा पहले से ही स्थापित है। वहीं बेंगलुरु एक तेजी से विकसित होती आईटी सिटी है, लेकिन इसे पूरी तरह से देश की राजधानी बनाना कई प्रशासनिक और कानूनी चुनौतियों के बिना संभव नहीं है।

दिल्ली बनाम बेंगलुरु: बहस अभी जारी

सिमरिधि का यह वीडियो न केवल शहरों की तुलना को लेकर बहस को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि शहरों में रहने की गुणवत्ता और सुरक्षा पर भी चर्चा को बढ़ा रहा है। यह वीडियो युवाओं और सोशल मीडिया यूज़र्स के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय हुआ है, और अब यह सवाल उठता है कि क्या भविष्य में ऐसे मुद्दे पर गंभीर सार्वजनिक बहस हो सकती है।
Long or Short, get news the way you like. No ads. No redirections. Download Newspin and Stay Alert, The CSR Journal Mobile app, for fast, crisp, clean updates
App Store – https://apps.apple.com/in/app/newspin/id6746449540
Google Play Store – https://play.google.com/store/apps/details?id=com.inventifweb.newspin&pcampaignid=web_share

Latest News

Popular Videos