फिल्म धुरंधर में अक्षय खन्ना द्वारा निभाया गया किरदार “रहमान डकैत” वास्तविक जीवन के अपराधी सरदार अब्दुल रहमान बलोच पर आधारित है। उसकी कहानी लियारी की तंग गलियों से शुरू होकर पाकिस्तान की राजनीति, पुलिस और अंडरवर्ल्ड के सबसे ऊँचे स्तर तक पहुँचती है।
रहमान का जन्म 1976 में कराची के लियारी इलाके में हुआ, जो गरीबी, गैंगस्पर, नशे और अपराध के लिए बदनाम रहा है। उसके पिता और चाचा ड्रग कारोबार से जुड़े थे, जिससे बचपन से ही रहमान अपराध की छाया में पला। केवल 13 साल की उम्र में उसने एक व्यक्ति पर चाकू से हमला किया—यह उसका पहला दर्ज अपराध था।
जैसे-जैसे वह बड़ा हुआ, हत्या, रंगदारी और ड्रग तस्करी उसकी पहचान बनते गए। 1990 के दशक में उसने अपने दो ड्रग सप्लायरों—नदीम अमीन और नन्नू—की हत्या कर दी। 1998 में उसने सूलेमान बिरोही की हत्या की, जिससे उसकी पहचान कराची के सबसे ख़तरनाक गैंगस्टरों में हो गई। इसी बीच उसके चाचा की हत्या ने उसे और क्रूर बना दिया।
रहमान की जिंदगी का सबसे चौंकाने वाला हिस्सा वह है जब उसने शक के आधार पर अपनी मां तक की हत्या कर दी। कई रिपोर्टों के अनुसार उसे डर था कि उसकी मां पुलिस को जानकारी दे रही है या दुश्मनों के संपर्क में है।
1997 में अदालत ले जाते समय वह पुलिस कस्टडी से फरार हो गया। इसके बाद उसने अपनी खुद की गैंग खड़ी की और हाजी लल्लू जैसे बड़े गैंगस्टरों के साथ रिश्ते बनाए। कुछ समय बाद दोनों के बीच दुश्मनी शुरू हो गई और लियारी में भयंकर गैंगवार छिड़ गई—जिसमें आने वाले वर्षों में लगभग 3,500 लोग मारे गए।


