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March 10, 2025

India-Pakistan के बीच होने वाला है कुछ बड़ा? अमेरिका ने जारी की एडवाइजरी, LoC की यात्रा न करने की सलाह

India-Pakistan के LoC के आसपास के क्षेत्रों, साथ ही पाकिस्तान के बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों की यात्रा न करने की सलाह अमेरिका ने दी गई है। अमेरिका ने एक एडवाइजरी जारी कर ये कहा है। जिससे हिमालय की ऊंची चोटियों से लेकर रेगिस्तानी मैदानों तक फैली भारत-पाकिस्तान की नियंत्रण रेखा (LoC), एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। 9 मार्च 2025 को अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने नागरिकों के लिए एक यात्रा एडवाइजरी जारी की। इसमें भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (LoC) के आसपास के क्षेत्रों, साथ ही पाकिस्तान के बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों की यात्रा न करने की सलाह दी गई है। एडवाइजरी में इन क्षेत्रों में आतंकवादी गतिविधियों और सशस्त्र संघर्ष की आशंका का उल्लेख किया गया है। अमेरिकी नागरिकों से पाकिस्तान की यात्रा पर पुनर्विचार करने और LoC के आसपास के क्षेत्रों से बचने को कहा गया है।

India-Pakistan पर जारी American Advisory में क्या कहा?

नियंत्रण रेखा के दोनों ओर भारत और पाकिस्तान की सेनाओं की भारी तैनाती है। एडवाइजरी में इस क्षेत्र को सशस्त्र संघर्ष के जोखिम के कारण खतरनाक बताया गया है। पाकिस्तान के प्रांत: बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवादी हमलों और हिंसा की घटनाओं का हवाला दिया गया है। इन क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति को अस्थिर माना गया है। अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने नागरिकों को इन क्षेत्रों में यात्रा से बचने और पाकिस्तान की समग्र यात्रा पर दोबारा विचार करने की सिफारिश की है। Potential for Armed Conflict between India-Pakistan

जयशंकर बोले- पीओके मिलने के बाद कश्मीर का मसला हल हो जाएगा

एक कार्यक्रम में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से कश्मीर मुद्दे पर सवाल पूछा गया तो डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान के पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को खाली करने से कश्मीर मुद्दा पूरी तरह से हल हो जाएगा। आगे कहा कि कश्मीर में हमने इसके अधिकांश मुद्दों को हल करने में अच्छा काम किया है। मुझे लगता है कि अनुच्छेद 370 को हटाना एक कदम था। फिर, कश्मीर में विकास, आर्थिक गतिविधि और सामाजिक न्याय को बहाल करना दूसरा कदम था। चुनाव कराना, जिसमें बहुत अधिक मतदान हुआ, तीसरा कदम था। मुझे लगता है कि हम जिस हिस्से का इंतजार कर रहे हैं, वह कश्मीर के उस हिस्से की वापसी है, जो अवैध पाकिस्तानी कब्जे में है। जब यह हो जाएगा, तो मैं आपको आश्वासन देता हूं कि कश्मीर का मसला हल हो जाएगा।

हाल ही में दिए गए PoK को लेकर अन्य नेताओं के बयान

8 मार्च 2025 को राजनाथ सिंह ने नियंत्रण रेखा से संबंधित एक बयान में कहा, “मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान हमें PoK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) लौटाएगा। मुझे विश्वास है कि PoK के लोग खुद भारत के साथ विलय की मांग करेंगे, और पाकिस्तान को इसे स्वीकार करना पड़ेगा। PoK को पाकिस्तान की सहमति की जरूरत नहीं होगी।” यह बयान LoC के संदर्भ में क्षेत्रीय स्थिति पर उनके विचार को दर्शाता है। वही 27 मार्च 2024 को अमित शाह ने कहा था कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (AFSPA) को हटाने की संभावना पर विचार करेगी। हालांकि यह बयान सीधे LoC से संबंधित नहीं है, लेकिन यह क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति को सामान्य करने की दिशा में एक कदम को इंगित करता है।

जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में LoC पर स्थिति की समीक्षा की

जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में LoC पर स्थिति की समीक्षा की। 14 अगस्त 2024 को एक बैठक में, जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे, सेना प्रमुख ने LoC सहित जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा तैयारियों पर चर्चा की। हालांकि उनका विशिष्ट बयान सार्वजनिक नहीं किया गया, लेकिन सेना की ओर से कहा गया कि सशस्त्र बल उच्च सतर्कता पर हैं और स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। LoC पर भारत और पाकिस्तान की सेनाओं की तैनाती लंबे समय से जारी है। यह क्षेत्र दोनों देशों के बीच तनाव का एक प्रमुख बिंदु रहा है। वहीं बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवादी संगठनों की गतिविधियां और हिंसक घटनाएं हाल के वर्षों में दर्ज की गई हैं। हालांकि, यह एडवाइजरी अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा के लिए जारी की गई है और इसमें किसी विशिष्ट घटना या तत्काल संघर्ष की घोषणा नहीं की गई है।

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