पाकिस्तान युद्ध की बात करता है हम भगवान बुद्ध की बात करते है, पाकिस्तान परमाणु इस्तेमाल की धमकी देता है, हम मानवता की बात करते है, पाकिस्तान आतंकवाद की बात करता है और हम पर्यावरण संरक्षण की बात करते है, भारत जहां विश्व गुरु बनने की राह पर है तो वहीं पाकिस्तान की कलई एक बार फिर से विश्व पटल पर खुल गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र को संबोधित किया, 17 मिनट के अपने भाषण में पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े मंच से अपने भाषण में विकास, पर्यावरण, आतंक, लोकतंत्र, जन कल्याण जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी।
वही पाकिस्तान के बौखलाए प्रधानमंत्री इमरान खान ने 40 मिनट के भाषण में धमकी और हेट स्पीच रहा जिसका भारत ने विरोध करते हुए कहा कि इमरान ने वैश्विक मंच का दुरुपयोग कर दुनिया को गुमराह किया है। भारत ने इमरान के ‘नस्लीय संहार’, ‘ब्लड बाथ’, ‘नस्लीय सर्वोच्चता’, ‘बंदूकें उठा लो’, ‘आखिर तक लड़ेंगे’ जैसे एक-एक शब्द को गिनाते हुए कहा कि यह उनकी मध्यकालीन मानसकिता को दिखाता है।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में विकास, आतंक, लोकतंत्र, जन कल्याण जैसे मुद्दों पर तो अपनी बात रखी ही लेकिन पर्यावरण संरक्षण और जल वायु परिवर्तन पर भी दुनिया के सामने भारत के कदम को गिनवाया। पीएम मोदी ने यूएन के ग्लोबल मंच से कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के लिए भारत ने बीते 5 साल में, सदियों से चली आ रही विश्व बंधुत्व और विश्व कल्याण की उस महान परंपरा को मजबूत करने का काम किया है, जो यूएन की स्थापना का भी ध्येय रही है। पीएम मोदी ने दुनिया को बताया कि भारत पर्यावरण के लिए क्या कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने मंच से सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की बात करते हुए बताया कि भारत की कोशिश और परिणाम दुनिया के सभी देशों के लिए है। पीएम मोदी ने अपने भाषण में जल संरक्षण का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य 15 करोड़ घरों का पानी की सप्लाई से जोड़ने का है, टीबी जैसे घातक बीमारी पर भी पीएम मोदी ने कहा कि विश्व ने टीबी को खत्म करने के लिए 2030 तक का लक्ष्य रखा है, लेकिन हम 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने के लिए प्रयास कर रहे हैं।पीएम मोदी ने सौर्य उर्जी की भी बात कही, उन्होंने कहा कि हम 450 गीगा वॉट रिनेवेबल एनर्जी की दिशा में काम कर रहे है, विश्व स्तर पर भी हम सोलर एनर्जी को प्रोत्साहित करने का काम कर रहे हैं। बहरहाल मोदी का भाषण देश हित तो था ही लेकिन अंतरराष्ट्रीय मंच पर मोदी ने दुनिया को पर्यावरण संरक्षण का भी पाठ पढ़ाया।