Thecsrjournal App Store
Thecsrjournal Google Play Store
May 24, 2025

How Dangerous is JN.1 Variant of COVID-19: कितना खतरनाक है कोरोना का नया वेरिएंट JN.1, क्या भारत में फिर लौटा कोविड?

How Dangerous is JN.1 Variant of COVID-19: कोरोना वायरस (Covid19India) फिर से सक्रिय!

कोरोना वायरस एक बार फिर भारत में दस्तक दे चुका है। इस बार संक्रमण का कारण बना है नया वेरिएंट JN.1, जो देश के कई राज्यों में फैल चुका है। Delhi, Kerala, और Karnataka जैसे राज्यों में इसके मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। Covid-19 India Update के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग अब एक बार फिर अलर्ट मोड में है और सतर्कता के लिए गाइडलाइंस जारी की जा चुकी हैं।

केरल में सबसे अधिक केस, बेंगलुरु में 9 महीने की बच्ची संक्रमित Coronavirus Update

केरल में इस वेरिएंट के सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं। मई महीने में अब तक राज्य में 273 मामले रिपोर्ट किए गए हैं। Covid Cases in Kerala में कोट्टायम (82), तिरुवनंतपुरम (73), एर्नाकुलम (49) जैसे जिले प्रमुख हैं। वहीं कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में 9 महीने की एक बच्ची Covid Positive पाई गई है, जिसे वाणी विलास अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

दिल्ली में 23 एक्टिव केस, निजी लैब्स से मिली रिपोर्ट

राजधानी दिल्ली में Corona Cases in Delhi में फिर से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह के अनुसार, शहर में अभी 23 सक्रिय केस हैं। सभी मरीजों की पुष्टि निजी लैब्स से मिली रिपोर्ट के आधार पर की गई है। अस्पतालों को सतर्क रहने और पूरी तैयारी के निर्देश दिए गए हैं।

How Dangerous is JN.1 Variant of COVID-19: INSACOG ने किए नए वैरिएंट्स की पुष्टि

INSACOG (Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium) ने देश में Covid-19 New Variants की पुष्टि की है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में JN.1 के अलावा दो और नए वेरिएंट – NB.1.8.1 और LF.7 के मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और दिल्ली में इन वेरिएंट्स की उपस्थिति दर्ज की गई है।

क्या है JN.1 वेरिएंट और कितना है खतरनाक?

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, JN.1 वेरिएंट काफी तेजी से फैलने वाला है। हालांकि, इसके लक्षण अब तक सामने आए मामलों में हल्के ही पाए गए हैं। लेकिन बुजुर्ग, छोटे बच्चों और कमज़ोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए यह Covid Risk Variant बन सकता है। डॉ. अविरल माथुर, सर गंगाराम अस्पताल, दिल्ली ने कहा “JN.1 वेरिएंट की ट्रांसमिशन कैपेसिटी ज्यादा है, इसलिए सावधानी जरूरी है। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और बूस्टर डोज़ से ही सुरक्षा संभव है।”

JN.1 वेरिएंट के सामान्य लक्षण | Common Symptoms of JN.1

हल्का बुखार, गले में खराश, नाक बहना या बंद होना, सिरदर्द, हल्की खांसी, थकान और बदन दर्द, कुछ मामलों में उल्टी या दस्त।

बचाव के उपाय | How to Stay Safe from Covid-19 JN.1

✅ मास्क पहनना शुरू करें – भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क ज़रूर लगाएं।
✅ हाथों की सफाई – बार-बार साबुन या सैनिटाइजर से हाथ धोएं।
✅ भीड़ से बचें – सार्वजनिक जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
✅ टीकाकरण करवाएं – जिन लोगों ने बूस्टर डोज़ नहीं लगाया है, वे तुरंत लगवाएं।
✅ लक्षण दिखने पर जांच कराएं – बुखार, खांसी, गले में खराश जैसे लक्षण दिखने पर RAT या RT-PCR टेस्ट कराएं।
✅ संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें – खासकर बुजुर्ग और बीमार लोगों को सतर्क रहना चाहिए।

सरकार और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर

कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें Covid Advisory India के तहत निगरानी बढ़ा रही हैं। हर जिले में कोविड निगरानी टीम सक्रिय कर दी गई है। अस्पतालों को पर्याप्त ऑक्सीजन, दवाइयों और आइसोलेशन सुविधाएं सुनिश्चित करने को कहा गया है।

क्या देश में फिर लॉकडाउन जैसा खतरा?

फिलहाल संक्रमण की गति और गंभीरता को देखते हुए लॉकडाउन की कोई स्थिति नहीं है, लेकिन सरकार हालात पर नजर रखे हुए है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यदि Covid Cases in India में लगातार वृद्धि हुई, तो कुछ क्षेत्रों में स्थानीय पाबंदियां लागू हो सकती हैं। भारत में Corona Virus JN.1 की वापसी को हल्के में न लें। अगर हम सभी मिलकर सावधानी बरतें – मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग रखें, और वैक्सीनेशन पूरा करें – तो इस संक्रमण को एक बार फिर फैलने से रोका जा सकता है। याद रखें, जिम्मेदारी हमारी है।

Latest News

Popular Videos