सीतामढ़ी जिले में HIV संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। जिला अस्पताल के ART सेंटर की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक करीब 7,400 HIV पॉजिटिव मरीज चिन्हित किए जा चुके हैं। हालात इतने गंभीर हैं कि सीतामढ़ी पूरे बिहार में हाईलोड HIV सेंटर बनकर उभर रहा है।
हर महीने बढ़ रहा केसों का बोझ
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, ART सेंटर में हर महीने 40 से 60 नए मरीज पंजीकृत हो रहे हैं। सिर्फ सीतामढ़ी ART सेंटर से ही करीब 5,000 मरीज नियमित दवाएं ले रहे हैं, जबकि बाकी मरीज बिहार से बाहर इलाज करा रहे हैं। बढ़ते आंकड़े स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का बड़ा कारण बन गए हैं।

बच्चों पर भी भारी पड़ रहा वायरस
सबसे चिंताजनक बात यह है कि जिले में 400 बच्चे HIV संक्रमित पाए गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 18 साल से कम उम्र के 387 बच्चे स्कूलों में पढ़ते हैं और HIV के लक्षणों के साथ जी रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इन बच्चों में संक्रमण जन्म के समय माता–पिता से ही पहुंचा है।
जागरूकता की भारी कमी
ART सेंटर के मेडिकल ऑफिसर डॉ. हसीन अख्तर ने बताया कि जिले में HIV को लेकर जागरूकता बेहद कम है। विभाग अभियान चलाता रहा है, लेकिन नए मामलों की संख्या कम नहीं हो रही।
उन्होंने कहा, “हर महीने 40–60 नए केस सामने आ रहे हैं। 5,000 से अधिक मरीज नियमित दवा लेते हैं। सीतामढ़ी अब HIV का हाईलोड क्षेत्र बन गया है, जो चिंताजनक है।”
इन सामाजिक कारणों से बढ़ रहा संक्रमण
स्वास्थ्य विभाग ने HIV मामलों में बढ़ोतरी के पीछे कई कारण बताए हैं—
बिना जांच शादी कर देना
दूसरे राज्यों में काम करने वाले प्रवासी मजदूर
HIV को लेकर समाज में जागरूकता की कमी
शर्म या डर की वजह से टेस्ट न करवाना
इन वजहों से जिले में संक्रमण का फैलाव लगातार बढ़ रहा है।


