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June 12, 2025

Strawberry Moon: बुधवार की पूर्णिमा की शाम आसमान में दिखेगा अद्भुत नजारा

Strawberry Moon: अगर आप चांद प्रेमी हैं तो आज जब आकाश पूर्ण रूप से काले अंधेरे की परत तले खुद को छिपा ले, तब एक बार नजर उठाकर आकाश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में जरूर देखिएगा, क्योंकि एक पूरा गोलाकार चांद हल्के लाल और गुलाबी रंग में आसमान के माथे पर बिंदी की तरह सजेगा, जो मन को शांति देगा और जिसको देखना आपके जीवन के खूबसूरत अनुभव में से एक हो सकता है। बुधवार को पूर्णिमा के इस चंद्रमा को स्‍ट्राबेरी के पकने के आरंभ होने के समय को देखते हुये Strawberry moon नाम दिया गया है । कुछ देशों में इसे हॉट मून, रोज़ मून , मीड मून कहा जाता है ।

11 जून को चांद रंग जाएगा Strawberry के रंग में

Strawberry Moon : 11 जून को आसमान में अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। बुधवार को स्‍ट्राबेरी मून आसमान में चांदनी बिखेरेगा। कुछ देशों में इसे हॉट मून, रोज़ मून , मीड मून कहा जाता है। लगभग हर 20 साल में Strawberry Moon और Summer Solstice की घटना एक साथ होती है। अगले साल स्ट्राबेरी मून 30 जून 2026 को होगा। यह 11 जून को सुबह 03.44 बजे (अमेरिका के समयानुसार) अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में दिखाई देगा। ये इस साल का माइक्रो मून भी होने वाला है। पृथ्वी से थोड़ा ज्यादा दूर होने के कारण चांद सामान्य से थोड़ा छोटा और धुंधला भी दिखाई देने वाला है। आज 10 जून को सूर्यास्त के तुरंत बाद ये दिखाई देगा। Strawberry Moon वायुमंडलीय बिखराव के कारण, खासकर क्षितिज के पास पीला या नारंगी दिखाई दे सकता है। ये घटना हर 18.6 साल में होती है। अगली बार यह दृश्य 2043 में दिखाई देगा, इसलिए इसे देखना एक अनोखा अनुभव होने वाला है। ग्रीष्म संक्रांति से कुछ दिन पहले होने वाला स्ट्रॉबेरी मून मौसमी कैलेंडर के रूप में काम करता है, जैसे वसंत की अंतिम पूर्णिमा या गर्मियों की पहली पूर्णिमा।

Strawberry Moon का रहस्य

यह कोई काल्पनिक नाम नहीं है, बल्कि Strawberry Moon एक साहित्यिक नाम है और इसके साथ किसानों का इतिहास भी जुड़ा है, जो मौसमी समय, कक्षीय यांत्रिकी और सांस्कृतिक परंपरा के एक दुर्लभ मिश्रण को दिखाता है। यह पूर्ण चंद्रमा न सिर्फ वसंत का अंतिम चंद्रमा है, बल्कि वर्ष का सबसे कम समय वाला चंद्रमा भी है। इस पूर्णिमा का महत्व प्रकृति और फसल के प्राचीन मेल से है। प्रकृति प्रेमियों के लिए स्ट्रॉबेरी मून एक खास क्षण होता है, जो देखने में सुंदर भी लगता है और अर्थ भी प्रदान करता है।

क्यों कहा जाता है Strawberry Moon

नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि 11 जून बुधवार की रात की शुरूआत बेहद खास होगी । पश्चिम में सूर्य के ढ़लते ही पूर्वी आकाश में पूनम का चंद्रमा उदित होगा, जिसे Strawberry Moon नाम दिया गया है। 11 जून को आसमान में स्ट्रॉबेरी मून दिखने के पीछे का कारण उसका स्ट्रॉबेरी से मिलता रंग नहीं है, बल्कि तर्क है कि नेटिव अमेरिका की Algonquian जनजातियों के लोग स्ट्रॉबेरी मून दिखते ही स्ट्रॉबेरी की फसल की कटाई शुरू कर देते थे। पश्चिमी देशों में इस समय पकने वाली जंगली स्‍ट्राबेरी के कारण इसक नाम स्‍ट्राबेरी मून रखा गया है।

इन राशियों पर पड़ेगा असर

हर 18.6 साल में दिखने वाला स्ट्रॉबेरी मून (Strawberry Moon) कई बार काफी जबरदस्त लाभ देता है। कई राशियों के लोगों को करियर और कारोबार में सफलता मिलेगी, जिनमें वृषभ राशि, तुला राशि, मकर राशि और कर्क राशि का भी लाभ होने वाला है। पूर्णिमा की ठीक खगोलीय स्थिति दोपहर 1 बजकर 13 मिनिट पर होगी । उस समय भारत में दिन चल रहा होगा ।
जिस तरह हिंदू धर्म में पंचांग के अनुसार हर महीने की पूर्णिमा तिथि को अलग-अलग नामों से जाना जाता है, उसी तरह उत्तरी अमेरिका और अलग-अलग देशों में भी पूर्णिमा के चांद को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। उत्तरी अमेरिका में जून की पूर्णिमा के दिन स्ट्रॉबेरी की फसल पकने लगती है, इसलिए इसे Strawberry Moon कहा जाता है। वही साल में पड़ने वाली सभी पूर्णिमा के चांद में स्ट्रॉबेरी मून अधिक लोकप्रिय है। इसके अलावा यूरोप में इसे रोज मून कहा जाता है और इसी तरह स्ट्रॉबेरी मून को हनी मून और हॉट मून जैसे नामों से भी जाना जाता है।

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