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December 28, 2025

Dubai की चमक-दमक के पीछे छुपा दर्द: बिहारी मजदूर ने दिखाई कैदियों जैसी जिंदगी, सुबह 4:45 बजे से शुरू होता संघर्ष

The CSR Journal Magazine
दुबई की लग्जरी जिंदगी की चमक-दमक के बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो लाखों लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहा है। यह वीडियो पंकज चौहान नामक भारतीय नागरिक ने साझा किया है। इसमें सुबह 4:45 बजे सैकड़ों प्रवासी मजदूर अंधेरे में सुरक्षा हेलमेट पहनकर बसों में चढ़ते नजर आते हैं। ये मजदूर अपने-अपने काम पर जाने के लिए तैयार हैं। यह वीडियो लेबर कैंप या श्रमिक आवास क्षेत्र का बताया जा रहा है, जहां से रोजाना हजारों मजदूर निर्माण साइट्स और अन्य कामों के लिए निकलते हैं। वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है, “दुबई का हाल यही है”, जो कम शब्दों में इस जिंदगी की सच्चाई बयां करता है।

 

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चमक के पीछे छुपी मेहनत

दुबई को आमतौर पर ऊंची इमारतों, महंगी गाड़ियों और शानदार लाइफस्टाइल के लिए जाना जाता है। लेकिन यह वीडियो इस चमक के पीछे छुपी मेहनत और संघर्ष को सामने ला रहा है। लोग इसे ‘मेहनत और बलिदान की असली तस्वीर’ बता रहे हैं। वीडियो की सच्चाई ने यह सवाल उठाया है कि क्या विदेश में बेहतर कमाई सच में इतनी आसान है या इसके लिए मजदूरों को परिवार से दूर रहकर कठोर संघर्ष करना पड़ता है।

वायरल वीडियो ने खोला दर्द का पिटारा

यह वीडियो अब तक 6 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है और लगातार शेयर किया जा रहा है। लोगों के कमेंट्स इस हकीकत को और उजागर कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “भारत से बेहतर कुछ नहीं, और परिवार से बड़ा कुछ भी नहीं। पैसा जरूरी है, लेकिन अपनों के साथ रहना ज्यादा महत्वपूर्ण है।” वहीं, एक अन्य यूजर ने साझा किया, “सऊदी अरब में भी यही हाल है। मैं खुद सात साल तक ऐसा ही जीवन जी चुका हूं।” कई लोगों ने कहा कि Gulf देशों में कमाई होती है, लेकिन इसके लिए परिवार से दूर रहने की कीमत बहुत भारी होती है।

बेहतर कमाई के पीछे की सच्चाई

वीडियो सिर्फ एक सुबह का दृश्य नहीं है, बल्कि लाखों प्रवासी मजदूरों की रोजमर्रा की जिंदगी की झलक है। सुबह अंधेरे में उठना, लंबी दूरी तय करना, कड़ी मेहनत करना और फिर उसी रूटीन को रोज दोहराना—यही उनकी जिंदगी बन जाती है। हर साल भारत से लाखों लोग बेहतर भविष्य की तलाश में विदेश जाते हैं, लेकिन वहां की हकीकत सोशल मीडिया की चमक से बहुत अलग होती है।

परिवार और संघर्ष का अंतर

वीडियो ने यह भी दिखाया कि विदेश में कमाई और परिवार से दूर रहने के बीच एक बड़ा अंतर है। लोग अब इस वीडियो के जरिए यह महसूस कर रहे हैं कि जो लोग भारत में रहकर नौकरी और जिंदगी की शिकायत करते हैं, उन्हें यह वीडियो जरूर देखना चाहिए। यह केवल मनोरंजन नहीं बल्कि मेहनत, बलिदान और परिवार की याद का प्रतीक भी बन गया है।

सोशल मीडिया पर मिली प्रतिक्रियाएं

वीडियो के कमेंट्स में भावनाओं की बाढ़ आ गई। कई लोग अपने निजी अनुभव साझा कर रहे हैं। कईयों ने लिखा कि विदेश में पैसा तो मिलता है, लेकिन अपनी जिंदगी, परिवार और अपनों से दूर रहना सबसे बड़ा दाम है। कुछ ने तो इसे ‘असल जिंदगी की तस्वीर’ बताते हुए इसे हर भारतीय के लिए जरूरी बताया है।
इस वीडियो ने साफ कर दिया कि दुबई जैसी चमक-दमक वाली जिंदगी में भी मजदूरों की मेहनत, संघर्ष और बलिदान की अनकही कहानी छिपी होती है। यह केवल कुछ सेकंड का वीडियो नहीं, बल्कि उन लाखों लोगों की कहानी है, जो अपने परिवार के बेहतर भविष्य के लिए हर दिन खुद से समझौता करते हैं।

 

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