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July 4, 2025

DiGi Yatra- एयरपोर्ट फॉर्मैलटीज़स से बचने का क्विक पेपरलेस मोड, 1 करोड़ से ऊपर हुई यूजर्स की संख्या

DiGi Yatra- बिना किसी झंझट के, बिना किसी लाइन में लगे सिक्योरिटी चेक जोन तक पहुंचने में मदद करने वाली डिजिटल ऐप Digi Yatra खूब पॉपुलर हो रही है और लोग इसका जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं। DiGi Yatra APP की मदद से यात्रियों को पीक आवर्स में भी बिना समय बर्बाद किए अपनी फ्लाइट बोर्ड करने में मदद मिलती है। यही वजह है कि डिजी यात्रा यूजर्स की संख्या 1 करोड़ के पार हो गई है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की थी DiGi Yatra की शुरुआत

DiGi Yatra सेवा की शुरुआत केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की थी। इस सुविधा का उपयोग करने के लिए यात्रियों को आधार-बेस्ड वेरिफिकेशन और एक सेल्फ इमेज कैप्चर का इस्तेमाल करके खुद को डिजी यात्रा ऐप पर रजिस्टर करना होता है। एक बार Image Capturing के ज़रिए Face Recognition होने के बाद फ्लाइट में बैठने तक आपको बार-बार ID या Boarding Pass दिखाने की ज़रूरत नहीं पड़ती। System ख़ुद आपका चेहरा पहचानकर आपके लिए अपनी सीट तक पहुंचने के सभी गेट्स खोलता जाता है। इसी सुविधा के चलते आज DiGi Yatra के यूज़र्स की संख्या 1 करोड़ से भी अधिक हो गई है।

DiGi Yatra Foundation सभी भाषाओं में ऐप लॉन्च की तैयारी में

DiGi Yatra Foundation को उम्मीद है कि भारत में करीब 80 प्रतिशत घरेलू हवाई यात्री साल 2028 तक चेहरे की पहचान पर आधारित उसकी एयरपोर्ट चेक-इन ऐप का उपयोग करने लगेंगे। यह उपयोग अभी रोजाना 30 से 35 प्रतिशत के बीच है। कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी सुरेश खड़कभवी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘शायद भाषा बाधा है। इसे दूर कर लिया जाएगा क्योंकि हम अपनी ऐप को विभिन्न भाषाओं के अनुकूल बना रहे हैं।’ वर्तमान में DiGi Yatra ऐप केवल अंग्रेजी में उपलब्ध है। अलबत्ता जुलाई तक पांच अतिरिक्त भाषाएं – हिंदी, बांग्ला, तमिल, मराठी और कन्नड़ पेश कर दी जाएंगी।
खड़कभवी ने कहा, ‘फिलहाल हम उनका परीक्षण कर रहे हैं। जुलाई तक उपयोगकर्ता छह भाषाओं में से कोई भी चुन सकते हैं।’ आगे चलकर इस ऐप का लक्ष्य संवैधानिक रूप से मान्यता प्राप्त सभी 22 भारतीय भाषाओं में DiGi Yatra को यात्रियों के लिए उपलब्ध करना है।

 ड्राइविंग लाइसेंस से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू

DiGi Yatra यात्रियों को भौतिक दस्तावेजों के बजाय चेहरे की पहचान का इस्तेमाल करते हुए अपनी यात्रा सुगम करने की सुविधा देती है। वर्तमान में यह ऐप नामांकन के लिए केवल ‘आधार कार्ड’ को ही स्वीकार करता है। लेकिन अब इसमें बदलाव होने वाला है। डिजी यात्रा को जल्द ही ड्राइविंग लाइसेंस को जोड़ दिया जाएगा। इस पर काम चल रहा है। DiGi Yatra की सुविधा अभी 24 हवाईअड्डों पर है जिसे अगले मार्च तक 41 हवाईअड्डों तक कर दिया जाएगा। खड़कभवी ने कहा, “अभी आप अपने ड्राइविंग लाइसेंस का इस्तेमाल करके डिजि यात्रा पर नामांकन नहीं कर सकते हैं। हम इसके लिए उपयोगकर्ता स्वीकृति परीक्षण (UAT) की व्यवस्था कर रहे हैं। एक महीने में आप न केवल ‘आधार कार्ड’ के आधार पर, बल्कि अपने ड्राइविंग लाइसेंस के आधार पर भी रजिस्टर कर सकेंगे।”

अब 41 हवाईअड्डों पर मिलेगी DiGi Yatra सुविधा

वर्तमान में DiGi Yatra 24 हवाई अड्डों पर परिचालन में है और मार्च 2026 तक इसका विस्तार 41 हवाई अड्डों तक करने की योजना है। डिजी यात्रा फाउंडेशन के अनुसार वर्तमान में प्रतिदिन सभी घरेलू यात्रियों में से 30 से 35 प्रतिशत यात्री डिजि यात्रा ऐप का उपयोग कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य साल 2028 तक इस संख्या को बढ़ाकर 70 से 80 प्रतिशत तक ले जाना है।

अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में भी ऐप लागू करने की योजना

फाउंडेशन इस ऐप के अंतरराष्ट्रीय उपयोग के लिए प्रायोगिक परीक्षण की भी योजना बना रहा है। खड़कभवी ने कहा, ‘हम वास्तव में अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) को लक्ष्य बना रहे थे, जो 1 जून से 3 जून के बीच दिल्ली में हुई थी। हम उस समय तक कम से कम एक पीओसी (Proof Of Concept)- किसी परियोजना की व्यावहारिकता के समर्थन में साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया) करना चाहते थे। अलबत्ता, हम ऐसा नहीं कर पाए।’
इस प्रायोगिक परीक्षण में भारत के भीतर अक्सर यात्रा करने वाले विदेशी प्रवासियों के लिए ई-पासपोर्ट पर आधारित क्रेडेंशियल सत्यापन शामिल होगा। अगर यह परीक्षण कामयाब रहता है, तो यह अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर भी DiGi Yatra के उपयोग का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।

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