एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी के पुनर्विकास को लेकर अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने एक बड़ा बयान दिया है। अडानी ने धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट को ‘विरासत’ करार देते हुए कहा कि यह दस लाख लोगों को गरिमा भरी जिंदगी देने का अवसर है। एक इंटरव्यू में गौतम अदाणी ने कहा है कि “यह केवल एक प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि एक विरासत है। यह धारावी के दस लाख निवासियों को बेहतर जीवन स्तर प्रदान करने का प्रयास है। चार दशकों में यह काम नहीं हो पाया और इस दौरान तीन बार इसे शुरू करने की कोशिश असफल रही।” उन्होंने आगे कहा, “मैं और मेरा ग्रुप इसे एक मिशन के रूप में देखता है, क्योंकि यह न केवल शहरी विकास का एक उदाहरण बनेगा, बल्कि सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन का भी प्रतीक होगा।”
5-10 साल में रिटायरमेंट ले लूंगा, लेकिन धारावी के लोग 50 सालों तक याद रखेंगे – गौतम अदाणी
Gautam Adani ने Dharavi Redevelopment Project पर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा, “मैं 5-10 साल में रिटायर हो जाऊंगा, लेकिन यह प्रोजेक्ट ऐसा है जिसे धारावी के लोग अगले 50 सालों तक याद रखेंगे। यह सिर्फ एक कमर्शियल प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि इसे सोशल रिस्पांसिबिलिटी के रूप में देखा जाना चाहिए।” धारावी का पुनर्विकास लंबे समय से रुका हुआ था। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल निवासियों को बेहतर आवास देना है, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को भी सुधारना है। धारावी में लाखों लोग छोटे उद्योगों में काम करते हैं, जिसमें चमड़े, कुम्हार, प्लास्टिक, और रीसायकल से जुड़े उद्योग शामिल हैं।
अदाणी ग्रुप कर रही है धारावी का पुनर्विकास
अदाणी ग्रुप धारावी का पुनर्विकास कर रही है। इस परियोजना का कुल बजट 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का है। अदाणी ग्रुप ने आश्वासन दिया है कि वे इस परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा करेंगे और निवासियों के पुनर्वास का विशेष ध्यान रखा जाएगा। पिछले 40 सालों में तीन बार धारावी के पुनर्विकास की योजना बनाई गई, लेकिन हर बार इसे विभिन्न कारणों से टाल दिया गया। कानूनी बाधाओं, जमीनी विवाद के मुद्दों और निवासियों के पुनर्वास की जटिलताओं के चलते यह परियोजना आगे नहीं बढ़ सकी। धारावी के निवासी इस परियोजना को लेकर उत्साहित हैं। अदाणी ग्रुप ने आश्वासन दिया है कि इस परियोजना में रोजगार और संस्कृति को भी बचाया जाएगा।
धारावी के निवासी इस प्रोजेक्ट को लेकर हैं उत्साहित
धारावी का पुनर्विकास न केवल मुंबई के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित हो सकता है। अगर अदाणी ग्रुप अपनी योजना के अनुसार इस परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा करता है, तो यह शहरों में शहरी विकास और झुग्गी पुनर्वास के लिए एक मिसाल बन सकता है।