अगर आप बीमार है और आपकी आर्थिक हालत ठीक नहीं है तो महाराष्ट्र सरकार आपकी आर्थिक मदद करती है। इसके लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बाकायदा CM Medical Relief Cell बनाया है। मुख्यमंत्री मेडिकल हेल्प सेल की तर्ज पर अब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कक्ष के समकालीन राज्य स्तरीय विशेष चिकित्सा मदद कक्ष शुरू करने का फैसला किया है। DCM Devendra Fadnavis के इस फैसले से मंत्रालय में एक विभाग को लेकर CM EKnath Shinde and DCM Devendra Fadnavis आमने-सामने आने वाले हैं। How to get free tratment – read here
देवेंद्र फडणवीस का ड्रीम प्रोजेक्ट है डीसीएम मेडिकल हेल्प सेल
देवेंद्र फडणवीस का यह विशेष चिकित्सा मदद कक्ष मंत्रालय में पांचवी मंजिल पर बनाया जा रहा है। जिसका उद्घाटन बहुत जल्द खुद देवेंद्र फडणवीस करने वाले हैं। इस DCM Medical Relief Cell के जरिए राज्य भर के वह जरूरतमंद मरीज जिनकी सालाना आय 1 लाख 80 हजार से कम होगी, राज्य के 450 से ज्यादा अस्पतालों में मुफ्त में इलाज करवा सकेंगे। मुंबई के कोकिलाबेन, लीलावती, ब्रीच कैंडी और हिंदुजा जैसे बड़े नामी गिरामी अस्पताल इसमें शामिल हैं। इस विशेष कक्ष की कमान रामेश्वर नाईक के हाथों में होगी।
450 अस्पतालों में किसी भी अस्पताल में असीमित इलाज करा सकेंगे लोग
Devendra Fadnavis का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। उपमुख्यमंत्री फडणवीस के राज्य स्तरीय विशेष चिकित्सा मदद कक्ष के प्रमुख रामेश्वर नाईक ने The CSR Journal से खास बातचीत करते हुए बताया कि जिन लोगों की सालाना आय 1 लाख 80 हजार तक होगी वे लोग राज्य में 450 अस्पतालों में से किसी भी अस्पताल में असीमित इलाज करा सकेंगे। इसके अलावा जिन लोगों की सालाना आय 1 लाख 80 हजार से 3 लाख 60 हजार के बीच होगी तो फिर उन्हें इलाज में 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी। गौरतलब है कि मरीजों का इसके तहत सभी बीमारियों का इलाज हो सकेगा।
सीएम रहते हुए देवेंद्र फडणवीस ने शुरू किया था मेडिकल हेल्प
मरीजों को कागजी कार्रवाई में ज्यादा परेशानियों का सामना न करना पड़े इसके लिए 25 लोगों की एक टीम भी बनाई गई है, जो 24 घंटे काम करेगी। देवेंद्र फडणवीस ने जब साल 2014 में मुख्यमंत्री के रूप में कमान संभाली थी उसके कुछ महीनों बाद ही राज्य के मरीजों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा मदद कक्ष शुरू करने का फैसला किया गया था। उद्धव ठाकरे के सत्ता संभालने के बाद इस कक्ष को बंद कर दिया गया था। हालांकि एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद फिर से इस कक्ष को शुरू किया गया था। इस समय मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कक्ष की जिम्मेदारी मंगेश चिवटे के ऊपर है।
सीएम मेडिकल हेल्प के जरिये एकनाथ शिंदे ने किये 180 करोड़ की मदद
मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कक्ष के जरिए पिछले डेढ़ साल में 21 हजार से ज्यादा गरीब मरीजों को 180 करोड़ रुपए से ज्यादा की आर्थिक मदद जारी की जा चुकी है। मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता मदद के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। भले मेडिकल हेल्प सेल के जरिये सीएम डीसीएम आमने सामने हो लेकिन फायदा इसमें मदद पाने वाले मरीजों को होगा।