उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने प्रदेश में विकास के बखानों को हर संभव कोशिश कर जनता तक पहुंचाते हैं। चाहे प्रदेश में कॉरपोरेट निवेश हो या फिर क्राइम रेट में गिरावट, योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) प्रदेश में विकास की रूपरेखा तैयार और फिर उसे अमलीजामा पहनाने में लगे हुए है। कोरोना काल में देश का स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर (Health in Uttar Pradesh) किस तरह से चरमराया ये किसी से छुपा नहीं। शायद यही कारण है कि हर राज्य हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर दे रहा है।
उत्तर प्रदेश का स्वास्थ्य सुधारेगा ये हेल्थ एटीएम
Health Infrastructure को सुधारने के लिए कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) तो कारगर सिद्ध हो ही रहा है लेकिन उत्तर प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग भी बड़े पैमाने पर काम कर रहा है। उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए अब लंबी कतार में नहीं लगना हाेगा। अब आपका Health Checkup हेल्थ एटीएम से किया जायेगा। Health ATM से न सिर्फ मिनटों में परीक्षण होगा, बल्कि रिपोर्ट भी तत्काल मिल जाएगी। ये हेल्थ एटीएम स्मार्ट सिटी के तहत अस्पतालों में लगाए जा रहे हैं।
सरकारी रेट पर होंगे कई जांच, 10 मिनट में मिलेगी रिपोर्ट
फिलहाल उत्तर प्रदेश के कई शहरों में लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण इन्हीं हेल्थ एटीएम की मदद से किया जा रहा है। मरीजों को कहीं भागना-दौड़ना नहीं पड़ रहा। हेल्थ एटीएम में बॉडी मास इंडेक्स, ब्लड प्रेशर, मेटाबॉलिक ऐज, बाडी फैट, हाईड्रेशन, पल्स रेट, हाइट, मसल मास, तापमान, ऑक्सीजन की मात्रा, वजन सहित कुल 59 पैरामीटर की जांच की सुविधा है। बॉडी स्क्रीनिंग के लिए 16 पैरामीटर की जांच होगी। लाइफस्टाइल से जुड़ी जांच जैसे ग्लूकोज, हीमोग्लोबिन, लिपिड प्रोफाइल के अलावा रैपिड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, गर्भावस्था, डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, एचआईवी के साथ ही 12 लीड ईसीजी, डिजिटल स्टेथोस्कोप, डर्मास्कोप, ऑटोस्कोप जैसे टेस्ट भी किए जाएंगे।
स्वास्थ्य रिपोर्ट आने के बाद लखनऊ पीजीआई के 14 डॉक्टर कर सकेंगे आपका इलाज
हेल्थ एटीएम में शुगर, बीएमआई, किडनी, पल्स रेट आदि की जांच रिपोर्ट महज 10 मिनट में मिल जाएगी। डॉक्टर डेली कंसल्टेंसी के माध्यम से सीधे हेल्थ एटीएम से जुड़ सकेंगे। इससे लोगों को ओपीडी जैसी सुविधाएं मिलेगी। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Uttar Pradesh News) ने बताया कि प्रदेश में 75 हेल्थ ATM की सुविधा होगी, ये एटीएम अभी चुनिंदा जिलों में लगे हुए है लेकिन जहां लगे हुए है ये मरीजों के लिए बहुत कारगर होगा। ये हेल्थ एटीएम सुबह 8 बजे से लेकर 3 बजे तक खुले रहेंगे। लखनऊ पीजीआई (Lucknow PGI) के 14 डॉक्टर इन मरीजों को मेडिकल सलाह और दवा लिखेंगे। और सबसे राहत की बात ये है कि जांच शुल्क सरकारी रेट वाला ही रहेगा।
उत्तर प्रदेश समेत देश में होता है स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा सीएसआर खर्च
पूरे भारत में सीएसआर फंड सबसे ज्यादा अगर किसी क्षेत्र में हुआ है तो वो है स्वास्थ्य (Health Care) अकेले साल 2020-2021 में 6946.75 करोड़ सिर्फ हेल्थ पर खर्च किया गया। वहीं 2019-2020 में ये आकड़ा 4892 करोड़ रहा। बहरहाल हेल्थ पर इतना सीएसआर खर्च किया जाता है, हेल्थ पर राज्य सरकारें करोड़ों रुपये खर्च करती है बावजूद हम ऐसे तस्वीरें क्यों देखतें है जहां इलाज के आभाव में गर्भवती महिला दम तोड़ देती है। बाप अपने बच्चे का शव अपने कंधे पर लादकर ले जाता है।