कोरोना को लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से अच्छी ख़बर है, उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में कोरोना के मरीज तेजी से ठीक होने लगे हैं। कानपुर के कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों से काफी बेहतर है। यही कारण है कि कानपुर में कोरोना के केसेस में भारी कमी देखने को मिल रही है जो कि यूपी सरकार (UP Government) के लिए राहत की ख़बर है। यूपी (UP) में एक समय ऐसा था कि कानपुर शहर में इतने मामले बढ़े कि शहर का नाम पूरे राज्य में तीसरे नंबर पर आ गया लेकिन अब राहत की बात है कि नए केसेस में तेजी से गिरावट आयी है।
नए केस ना के बराबर, तेजी से ठीक होते कोरोना के मरीज
यूपी के मेनचेस्टर के रूप में प्रख्यात कानपुर में 40 से ज्यादा हॉट स्पॉट हो गए थे, लिहाजा सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने दो सीनियर अधिकारीयों को कानपुर भेजा और डॉक्टरों, प्रशासन और स्थानीय लोगों की मदद से कोरोना को कण्ट्रोल करने की नीति तैयार हुई और आज जाकर नतीजे सामने आ रहें है। कानपुर की तुलना राजधानी लखनऊ से करें तो लखनऊ का कोरोना रिकवरी रेट 78 फीसदी है तो वहीं कानपुर में 90 फीसदी। नए केसेस ना के बराबर आ रहें है वहीं बड़े पैमाने पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों की अलग अलग अस्पतालों से छुट्टी हो रही है।
आकड़ों में कोरोना
कोरोना के ग्राफ की बात करें तो बुधवार को कोरोना के कानपुर में सिर्फ एक ही केस आया, सोमवार और मंगलवार को कानपुर में कोई केस नहीं आया, अबतक कानपुर में 317 केसेस आये है, जिनमे से 288 कोरोना मरीज अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर जा चुके है, कानपुर में कोरोना से अबतक 9 लोगों की मौत हुई है और महज 20 ही ऐसे मरीज है जिनका इलाज अलग अलग अस्पतालों में जारी है, यानि एक्टिव केस सिर्फ 20 बचें है।
कानपुर में प्रवासी मजदूरों का आने का सिलसिला लगातार जारी है, लेकिन गनीमत है कि अबतक के आकड़ों में उछाल नहीं हो रहा है। यूपी के अन्य जिलों की हालत बहुत ठीक नहीं है, प्रवासी मजदूरों की वजह से कोरोना के मामले भी बढे है। प्रवासी मजदूरों में अगर स्क्रीनिंग के बाद उनमें लक्षण नहीं दिखता है तो उन्हें 21 दिन के लिए घर पर क्वारंटीन में रखा जा रहा है। अगर लक्षण हैं तो जांच कराकर सात दिन के लिए क्वारंटीन सेंटर पर रखा जाता है और पुन: परीक्षण में निगेटिव पाये जाने पर 14 दिन के लिए घर पर क्वारंटीन में रखा जाता है।
कानपुर कोरोना फ्री की राह पर
स्वास्थ्य विभाग के आकड़ों की माने तो अभी तक 7442 नमूनों की जांच रिपोर्ट निगेटिव मिली है। हॉट स्पॉट क्षेत्रों से रैंडम सैम्पल किए जा रहे है, ख़ासकर उन जगहों से अधिक रैंडम सैम्पल लिए गए हैं जहां अधिक केस मिले हैं। इनमें कुली बाजार और कर्नलगंज क्षेत्र के इलाके सबसे अधिक प्रभावित पाए गए हैं। कानपुर के कर्नलगंज और चमनगंज इलाके में भी टीमें सक्रिय है। नौ हजार से अधिक घरों में स्क्रीनिंग की गई है। बहरहाल अगर ऐसे ही नए केसेस नहीं आये और पॉजिटिव मरीजों के सेहत में सुधार होता गया तो वो दिन दूर नहीं जब यूपी का कानपुर कोरोना मुक्त हो जायेगा।