क्रिकेट के भगवान (गॉड ऑफ द क्रिकेट – God of the Cricket – Sachin Tendulkar) कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर इन दिनों जम्मू-कश्मीर (Sachin Tendulkar in Jammu Kashmir) पहुंचे हुए हैं। पहाड़, बर्फ और जम्मू-कश्मीर की वादियों के दीवाने हुए सचिन तेंदुलकर अपनी Citizen Social Responsibility को दर्शाते हुए जम्मू कश्मीर के इंगा हेल्थ फाउंडेशन के अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों, बच्चों और उनके माता-पिता के साथ बातचीत करते हुए समय बिताया। दरअसल समाज को अपना योगदान देने के लिए सचिन एक सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन नामक Foundation चलाते है और जम्मू कश्मीर में मौजूद इंगा हेल्थ फाउंडेशन को सचिन तेंदुलकर की Foundation मदद करती है।
भारत में हर साल लगभग 60,000 बच्चे ऐसी विकृतियों के साथ पैदा होते हैं जो उनकी मुस्कुराहट को बाधित करती हैं। ऐसे में सचिन तेंदुलकर अपने फाउंडेशन (Sachin Tendulkar Foundation) और डॉक्टरों के साथ मिलकर बच्चों के कटे होंठ और तालु की सर्जरी (Cleft Surgery by SachinTendulukar) करती है। सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन के माध्यम से सचिन बच्चों के चेहरे पर मुस्कान वापस लाने का प्रयास करते हैं। सचिन तेंदुलकर ने बताया कि “हम जिन केंद्रों का समर्थन कर रहे हैं उनमें से एक श्रीनगर में है। जम्मू और कश्मीर की अपनी यात्रा के दौरान हमने इंगा हेल्थ फाउंडेशन के अस्पताल में डॉक्टरों, बच्चों और उनके माता-पिता के साथ बातचीत करते हुए समय बिताया। सर्जरी ने इन बच्चों के जीवन को कैसे बदल दिया, इसकी कहानियां सुनना वास्तव में संतुष्टिदायक था।
क्रिकेट से संन्यास के बाद सामाजिक उत्थान में समय बिताते है Sachin Tendulkar
इन नन्हे बच्चों से जब सचिन मिल रहे थे तब उनकी पत्नी अंजलि और बेटी सारा भी थे। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद सचिन ने सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन की स्थापना की और उन लोगों, संस्थानों और संसाधनों को एक साथ लाने के लिए एक मंच दिया जो सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए उत्साहित हैं। सचिन तेंदुलकर का Foundation बच्चों को समान अवसर देने और बच्चों के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने में काम करता है। सचिन कहते है कि सालों से मुझे सभी से मिले जबरदस्त समर्थन ने मुझे वह बनाया है जो मैं हूं। अपनी दूसरी पारी में, मैं उस देश को वापस लौटाना चाहता हूं जिसकी मैंने गर्व से सेवा की। हम अक्सर दुनिया को अपने बच्चों के लिए एक बेहतर जगह बनाने के बारे में बात करते हैं। बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और खेल पर ध्यान देकर हम उनके वर्तमान और भविष्य में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। और यही काम Sachin Tendulkar Foundation कर रही है।