Record Breaking Blood Donation Drive: देश ने देखा होगा कई बर्थडे सेलिब्रेशन, लेकिन गौतम अडानी का 63वां जन्मदिन (Gautam Adani Birthday) कुछ ऐसा था जिसने केवल मोमबत्तियां नहीं जलाईं, बल्कि हजारों ज़िंदगियों को रोशनी दी। इस दिन देशभर में हुआ एक ऐसा रक्तदान अभियान, जिसने न केवल पिछला रिकॉर्ड तोड़ा, बल्कि मानवीय सेवा का नया इतिहास रच दिया (Blood Donation Drive)। 27,661 यूनिट खून, यानी लगभग 11,100 लीटर, एक ही दिन में इकट्ठा किया गया। सोचिए, यह रक्त 83,000 से ज्यादा मरीजों के लिए जीवनदायिनी साबित हो सकता है। Blood Donation का ये काम ‘सेवा ही साधना है’ के मंत्र को मूर्त रूप देता है। Record Breaking Blood Donation Drive
इतना खून, इतनी सेवा – कभी नहीं देखा ऐसा बर्थडे! Blood Donation Record
जहां आमतौर पर जन्मदिन पर पार्टियां होती हैं, उपहार दिए जाते हैं, वहीं गौतम अडानी के जन्मदिन पर सेवा का महासागर उमड़ पड़ा। देश के 21 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों के 206 शहरों में एक साथ चले रक्तदान शिविरों ने वो कर दिखाया, जो शायद पहले किसी कॉर्पोरेट स्तर पर नहीं हुआ। सेवा की कोई सीमा नहीं होती – यह बात इस अभियान ने साबित कर दी। श्रीलंका के कोलंबो पोर्ट और तंजानिया के डार-एस-सलाम पोर्ट पर भी रक्तदान शिविर लगे। पहली बार यह अभियान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा, जहां विदेशों में भी 100 से ज्यादा लोगों ने रक्तदान कर इस नेक काम में हिस्सा लिया।
Record Breaking Blood Donation Drive: पीछे नहीं रहे डॉक्टर, स्टाफ और वालंटियर्स
इस पूरे आयोजन में 3,000 से अधिक डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, डेटा ऑपरेटर और प्रशासनिक टीम ने दिन-रात एक कर दिए। रेड क्रॉस ब्लड बैंक और सरकारी अस्पतालों के साथ मिलकर इसे वैज्ञानिक और सुरक्षित तरीके से आयोजित किया गया। अडानी फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ. प्रीति अडानी ने सभी रक्तदाताओं और सहभागी टीम को धन्यवाद देते हुए कहा कि “आप सभी ने ‘सेवा’ को सच्चे अर्थों में जीया है। यह खून सिर्फ शरीर का हिस्सा नहीं, किसी की जिंदगी का सहारा बनेगा।”
2011 से चल रही परंपरा बनी प्रेरणा
यह अभियान कोई एक दिन की योजना नहीं थी। 2011 से हर साल गौतम अडानी के जन्मदिन पर यह सेवा अभियान चलाया जा रहा है। हर साल रक्तदान का आंकड़ा बढ़ता गया, लेकिन इस बार वह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। इससे पहले 2024 में 25,282 यूनिट खून जमा हुआ था, जिसे इस बार तोड़ दिया गया।
इतने खून का क्या होगा?
अब आप सोच रहे होंगे कि इतना खून आखिर जाएगा कहां? जवाब सीधा है – इस रक्तदान से तैयार होंगे अलग-अलग रक्त घटक जैसे Whole Blood, Packed Cell Volume (PCV), Platelet Concentrate,
Plasma, Fresh Frozen Plasma (FFP), Cryoprecipitate, Albumin. ये सभी घटक अलग-अलग बीमारियों और जरूरतमंदों को तुरंत उपलब्ध कराए जाएंगे।
Gautam Adani का ये केवल CSR नहीं, ये है असली ‘राष्ट्र सेवा’ Adani Foundation Impact
जहां कई कॉर्पोरेट्स CSR (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) को सिर्फ कागजों पर निभाते हैं, वहीं यह अभियान दिखाता है कि सामाजिक जिम्मेदारी जब दिल से निभाई जाती है, तो उसका असर जमीन से लेकर जिंदगी तक होता है। गौतम अडानी के 63वें जन्मदिन पर जो हुआ, वह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि सेवा का संकल्प, समर्पण का संदेश और जीवन का उत्सव था। ये एक मिसाल है कि जब इच्छा सेवा की हो और संसाधन साथ हों, तो बिना खून बहाए भी क्रांति लाई जा सकती है – खून देकर।