अपने सीएसआर से मरीजों की सेवा करने के लिए बालको मेडिकल सेंटर को देश का सबसे प्रतिष्ठित सीएसआर अवॉर्ड्स दी सीएसआर जर्नल एक्सीलेंस अवॉर्ड्स 2023 (The CSR Journal Excellence Awards 2023) मिला है। 9 दिसंबर को सम्पन्न हुए दी सीएसआर जर्नल एक्सीलेंस अवॉर्ड्स 2023 में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। दी सीएसआर जर्नल (The CSR Journal) द्वारा आयोजित सीएसआर पुरस्कार समारोह में कुल 6 कैटेगरीज में हेल्थ एंड सैनिटेशन में बालको मेडिकल सेंटर, (वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन) ने (Balko Medical Centre won The CSR Journal Excellence Awards 2023) ने बाजी मारी। तो वहीं Tata Capital Financial Services Limited दूसरे पायदान पर रहा और ICICI Lombard General Insurance Limited तीसरे नंबर पर रहा।
क्या है बालको मेडिकल सेंटर का सीएसआर प्रोजेक्ट
Health and Sanitation Category में दी सीएसआर जर्नल एक्सीलेंस अवार्ड 2023 में Balco Medical Centre Vedanta Medical Research Foundation को भारत में स्वास्थ्य में सुधार लाने के उद्देश्य से उनके सीएसआर प्रोजेक्ट Excellence in Patient Service Delivery के लिए प्रदान किया गया है। अगर आप कैंसर से पीड़ित है और आप एक बेहतर और अत्याधुनिक इलाज चाहते हैं तो आपको अब टाटा मेमोरियल सेंटर मुंबई नहीं आना पड़ेगा, आपका अच्छे से अच्छा इलाज छत्तीसगढ़ के रायपुर में भी संभव है। बालको मेडिकल सेंटर (Balco Medical Centre) अपने CSR Project Excellence in Patient Service Delivery भारत में सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स में सक्रिय रूप से योगदान देता है। Balco Medical Centre कैंसर डिटेक्शन, कैंसर होने के बाद इलाज और देखभाल, जीवन के अंत तक मरीजों की केयरिंग, पौष्टिक भोजन, आवास, सभी उम्र के लिए ट्रांसपोटेशन के कारण अच्छा स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित करता है।
अब सीएसआर से छत्तीसगढ़ के रायपुर में कैंसर का इलाज संभव
मरीजों को केंद्र में रखते हुए उनकी भलाई, आराम और संतुष्टि को BMC प्राथमिकता देती है। अपनी सीएसआर पहलों के माध्यम से, बालको गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल को सभी के लिए सुलभ बनाने का प्रयास कर रही है। बालको गरीबी रेखा से नीचे आने वाले मरीजों की सुविधा के लिए पोषण और परिवहन जैसी चुनौतियों का समाधान करते हुए अपने सीएसआर के तहत मरीजों के शारीरिक, पोषण और भावनात्मक कल्याण को शामिल करता हो। इसलिए Balco ने इन जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी सीएसआर प्रोजेक्ट Excellence in Patient Service Delivery शुरू की। इस Corporate Social Responsibility परियोजना को तीन पहलों में विभाजित किया है – सुख सराय – मरीजों और तीमारदारों के लिए रियायती आवास, सभी मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए निःशुल्क पिक अप और ड्रॉप, सभी डे-केयर रोगियों के लिए प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार की निःशुल्क उच्च प्रोटीन का खाना बालको द्वारा दिया जाता है।
वेदांता ग्रुप का फ्लैगशिप सीएसआर प्रोग्राम है बालको मेडिकल सेंटर
वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन (Vedanta Medical Research Foundation) का बालको मेडिकल सेंटर एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जहां ना सिर्फ रायपुर छत्तीसगढ़ के जरूरतमंद लोगों को एक विश्वस्तरीय और किफायती Cancer Treatment मिल रहा है। बल्कि मध्य भारत का श्रेष्ठ कैंसर उपचार केंद्र के तौर पर बालको स्थापित हो रहा है। Balco Medical Centre की मेडिकल डायरेक्टर डॉ भावना सिरोही ने The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए बताया कि “बालको मेडिकल सेंटर वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन (Vedanta Medical Research Foundation) का पहला फ्लैगशिप CSR Initiatives है जहां पर सीएसआर की मदद से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा रहा है। सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि ओड़िसा, मध्य प्रदेश, झारखंड जैसे राज्यों से मरीज अपना इलाज कराने सेंटर आते है। Corporate Social Responsibility की मदद से दूर दराज से आये मरीजों को रहने के लिए सुख सराय नामक जगह की स्थापना भी की गयी है। ग्रामीण और रिमोट इलाकों में Cancer Screening Van भी बालको मुहैया कराती है”।
मध्य भारत में बालको मेडिकल सेंटर है कैंसर मरीजों के लिए उपयोगी
कैंसर के बढ़ते मामले और खतरों को देखते हुए देश के दूसरे छोटे शहरों में गुणवत्तापूर्ण कैंसर उपचार सुविधाओं की कमी को देखते हुए वेदांता ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बालको मेडिकल सेंटर की स्थापना की है। Balco Medical Centre (Cancer Hospital in Raipur Chhattisgarh) के जरिए समुदाय के हर तबके के जरूरतमंद लोगों को उच्चस्तरीय उपचार सुविधा दी जा रही है। Balco Medical Centre (BMC) की शुरुआत मार्च 2018 में हुई है। कैंसर के सभी रोगों का इलाज इस बालको मेडिकल सेंटर में किया जाता है। छतीसगढ़ का रायपुर शहर मध्य भारत का महत्वपूर्ण स्थान है जहां देश के कोने कोने से लोग एक ही छत के नीचे कैंसर के इलाज के लिए अत्याधुनिक तकनीकी विशेषज्ञता हासिल कर सकते है। Balco Medical Centre 170 बिस्तरों वाला कैंसर ट्रीटमेंट अस्पताल है और अबतक यहां 13500 मरीजों को कैंसर से मुक्त किया गया है।
इलाज की कमी, पैसों का अभाव और वेटिंग से परेशान कैंसर मरीज बीच में ही छोड़ देते है ट्रीटमेंट
सीएसआर की मदद से बालको मेडिकल सेंटर (बीएमसी) की संकल्पना मध्य भारत में कैंसर के इलाज के लिए की गई थी। मध्य भारत में कैंसर के मामलों और मृत्यु की बढ़ती संख्या ने एक आपातकालीन स्थिति पैदा कर दी है। प्रत्येक वर्ष, दस लाख से अधिक भारतीय कैंसर से पीड़ित हो रहे है। गांवों और छोटे शहरों के मरीजों को कैंसर की देखभाल और इलाज के लिए मुंबई दिल्ली जैसे बड़े शहरों में जाना पड़ता है। जिससे मेट्रो शहरों में मौजूदा कैंसर हॉस्पिटल पर दबाव पड़ता है और अंततः वेटिंग की अवधि बढ़ जाती है जिससे इलाज में देरी होती है। इसके अलावा, चुनौतियाँ केवल निदान से परे हैं। मरीज़ और उनके तीमारदार जो अपने इलाज के लिए दूसरे बड़े शहरों या फिर महानगरों में जाते है, वहां उन्हें रहने की व्यवस्था करने, भाषा को समझने, आर्थिक अस्थिरता से निपटने, प्रियजनों को पीछे छोड़ने और बीमारी के भावनात्मक तनाव से निपटने की कठिन चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है। इन बाधाओं के परिणामस्वरूप अक्सर मरीज़ अपना इलाज बंद कर देते हैं जिससे उनकी जान भी चली जाती है। ऐसे में बालको जैसे कैंसर सेंटर मरीजों के लिए वरदान साबित होते है।