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Rahuldeo Sharma

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मजदूरों की सारथी है यूपी की रोडवेज बसें, घर पहुंचा बिखेर रहीं है मुस्कान

लॉक डाउन के दरमियान दूसरे राज्यों से आ रहे मजदूरों के लिए अगर कोई सबसे मुफीद साधन बना है तो वह है उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की बसें। निशुल्क और सुरक्षित यात्रा के लिए प्रतिबद्ध UPSRTC की बसें मजदूर यात्रियों को सुरक्षित अपने अपने घरों तक पहुंचा रही है। कोटा में फंसे विद्यार्थियों...

गज़ब!! राम भरोसे चलती हैं रेलवे की श्रमिक ट्रेनें

देश में पलायन की तस्वीर देख हर कोई विचलित होने लगा, सरकार की लाचारी पर सवाल खड़े होने लगे, सरकार की नाकामी ने मजदूरों के बीच वो गुस्सा पैदा किया कि मानों ये गुस्सा अब फूटे कि तब। इस बीच राहत की खबर आई, मजदूरों को उनके घरों तक भेजने का सरकारी इंतेज़ाम किया...

कोरोना रिकवरी को लेकर यूपी में कानपुर अव्वल

कोरोना को लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से अच्छी ख़बर है, उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में कोरोना के मरीज तेजी से ठीक होने लगे हैं। कानपुर के कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों से काफी बेहतर है। यही कारण है कि कानपुर में कोरोना के केसेस में भारी...

पलायन के दर्द का अंत करो सरकार – मजबूर मजदूर

सरकार आप माई बाप हो, सरकार आप मजदूरों के पालनहार हो, सरकार आप ही के बलबुते मजदूर भले मज़बूरी में ही सही जिंदा है, मर रहा है, खुद को कोस रहा है कि क्यों मैं ऐसे मुल्क में पैदा हुआ जहां के प्रधानमंत्री पता नहीं कैसे ट्रिलियन इकॉनमी का सपना देखते है। ट्रिलियन इकॉनमी...

श्रमिक एक्सप्रेस कितनी सुरक्षित ? जानिए इसकी सुविधाएं

महाराष्ट्र में बढ़ते मामले को देखते हुए मजदूरों का लगातार पलायन जारी है, मुंबई हो या पुणे मजदुरों को जो साधन मिल गया सब अपने गांव चले जा रहें है। कोई पैदल तो कोई ट्रक का सहारा ले रहा है। श्रमिक एक्सप्रेस भी उतनी मात्रा में नहीं चल रही है जितनी मात्रा में उत्तर...

नर्स दिवस – डाक्टर से कम नहीं है नर्स का किरदार

वो कभी मां बन जाती है, तो कभी बहन, कभी गुस्सा करती है तो कभी प्यार जताती है, वो हमारी सेवा करती है, वो निस्वार्थ भाव से मदद करती है, वो नई जिंदगी देती है, उसे हम नर्स कहते है, सिस्टर कहते है, उपचारिका कहते है, बहनजी भी कहते है। वैसे तो अस्पतालों में...

मदर्स डे – बातें उन महिलाओं की जो मातृत्व को तरसती हैं

रामायण में भगवान राम ने कहा है “जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरियसि।” यानी मां और मातृभूमि स्वर्ग से भी श्रेष्ठ है। इसका जिक्र हम इसलिए कर रहें है क्योंकि आज मदर्स डे (Mothers Day) है। मां ये एक अक्षर संपूर्ण सृष्टि के बराबर माना गया है। मां नाम जुबान पर आते हैं मन और मतिष्क...

विशाखापटनम में भोपाल जैसा गैस कांड, कई की गयी जान   

कोई खड़े खड़े बेहोश हो गया, तो कोई चलते चलते गिर गया, किसी के मुंह से झाग आने लगा, तो कोई ऐसे थे जो नींद में ही मौत के काल के गाल में समां गए, मंजर बहुत ही भयावह था, सिर्फ इंसान ही नहीं पशु पक्षियों का भी यही हाल रहा, एक बार फिर...

बुजुर्गों की मदद करेगा नीति आयोग और पिरामल फाउंडेशन 

कोरोना के इस संकट काल में सबसे ज्यादा अगर कोई इस बीमारी से जूझ रहा है तो वो है हमारे बड़े बुजुर्ग, कोरोना बुजुर्गों पर मानों एक कहर बनकर टूटा है, कोरोना से अगर देश में सबसे ज्यादा मौत हुई है तो वो है बुजुर्गों की। सीनियर सिटीजन होने के बाद शरीर की रोग...

मजदूरों का श्रमिक ट्रेन से मुलुक जाने की आस

सपनों की नगरी मुंबई में देश के कोने कोने से लोग रोजी रोटी की तलाश में आते है लेकिन इस लॉक डाउन ने इन मजदूरों को वो दंश दे गया जो शायद ही कभी ये भूलेंगे। कोरोना की संकट में लाखों की संख्या में मजदूर फंस गए है, सिर्फ मुंबई ही नहीं देश के...

मजदूर दिवस – मेहनत का नाम है मजदूर

किसी ने खूब कहा है कि, मैं मजदूर हूँ, मजबूर नहीं, अपने पसीनें की खाता हूँ, और मिट्टी को सोना बनाता हूँ। मजदूर - वो कहीं भी बैठ जाते हैं, कहीं भी खा लेते हैं और कहीं भी खुले आसमान के नीचे चादर डालकर सो लेते हैं, कोई भी आकर उन्हें डांट जाता है,...

एस्पिरेशनल जिलों में कोरोना के मामले कम

कोरोना वायरस को लेकर इसे ख़ुशख़बरी ही कहेंगे कि भारत के एक-तिहाई से भी कम एस्पिरेशनल जिले (Aspirational District) कोरोना द्वारा प्रभावित हैं, जहां देश में बड़े पैमाने पर कोरोना वायरस का फैलाव हो रहा है, जहां कोरोना पॉजिटिव के 21 हज़ार से ज्यादा मामले आ गए हों और जहां 900 से ज्यादा लोगों...

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