मुजफ्फरपुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गलत तरीके से आवासीय प्रमाणपत्र बनाने के प्रयास का एक मामला सामने आया है। अब मामले को लेकर सरैया के राजस्व कर्मी के द्वारा सरैया थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया गया है जिसके बाद अब राजनीतिक षडयंत्र को लेकर पुलिस जांच कर रही है। सरैया अंचल के राजस्व अधिकारी अभिषेक सिंह ने इस साजिश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री की छवि को धूमिल करने के लिए इस तरह की साजिश रची गई थी। जो सत्यापन के क्रम में ही पकड़ा गया। अब ऑनलाइन आवेदन करने वाले साजिशकर्ता की पुलिस तलाश कर रही है।
राजस्व अधिकारी ने दर्ज कराई FIR
सरैया अंचल के राजस्व अधिकारी अभिषेक सिंह ने इस साजिश का खुलासा होने के बाद सरैया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह मुख्यमंत्री की छवि खराब करने और प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने की एक सोची-समझी साजिश थी।
सब हेडलाइन 3: पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस ने अज्ञात साजिशकर्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और उसकी तलाश कर रही है। एसआई अनिल कुमार को इस मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
पहले कुत्ते के नाम पर भी बना था प्रमाणपत्र
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब कुछ समय पहले बिहार में एक कुत्ते के नाम पर आवासीय प्रमाणपत्र बनने का मामला सामने आया था, जिसके बाद प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे थे। इस घटना के बाद से ऑनलाइन आवेदनों की गहन जांच की जा रही है।