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अन्नामृत फाउंडेशन को प्रतिष्ठित द सीएसआर जर्नल एक्सीलेंस अवार्ड 2024 से सम्मानित किया गया

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अन्नामृत फाउंडेशन को प्रतिष्ठित द सीएसआर जर्नल एक्सीलेंस अवार्ड 2024 से सम्मानित किया गया
 
समाज में उत्कृष्ट काम करने वाली संस्थाओं, कॉरपोरेट्स और व्यक्तियों को हर साल द सीएसआर जर्नल अपने एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित करती है। इस साल “फूड फॉर सोशल चेंज अवार्ड 2024” से अन्नामृत फाउंडेशन को सम्मानित किया गया। साल 2004 में अन्नामृत फाउंडेशन की स्थापना की गयी। Annamrita Foundation एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो भारत में वंचित बच्चों को पौष्टिक भोजन प्रदान करता है।  Annamrita Foundation देश के कई राज्यों में काम करती है।

अन्नामृत फाउंडेशन ने 1.2 मिलियन से अधिक बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया है

भूख को मिटाना, शिक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने का काम करती है। Annamrita Foundation ने प्रतिदिन 1.2 मिलियन से अधिक बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने, शिक्षा, स्वास्थ्य पर काम कर रही है। इसी वजह से द सीएसआर जर्नल एक्सीलेंस अवार्ड 2024 से Annamrita Foundation को सम्मानित किया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पी टी उषा की मौजूदगी में ये अवॉर्ड मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।

असाधारण योगदान को मान्यता देता है  दी सीएसआर जर्नल एक्सीलेंस अवॉर्ड

अन्नामृत फाउंडेशन के संस्थापक और सीईओ डॉ. रवींद्र खटनहर और अन्नामृत फाउंडेशन के सीओओ गोरक्षनाथ गंभीरे ने इस पुरस्कार को गर्व से प्राप्त किया। दी सीएसआर जर्नल एक्सीलेंस अवार्ड समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाली उत्कृष्ट कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी पहलों को मान्यता देता है। Annamrita Foundation की निस्वार्थ सेवा सीएसआर की भावना को दर्शाती है। फाउंडेशन ने अनगिनत बच्चों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव किया है, उन्हें अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने के लिए सशक्त बनाया है।”

देश के तमाम शहरों में मिड डे मील देती है अन्नामृत फाउंडेशन

The CSR Journal से बातचीत करते हुए Annamrita Foundation के सीओओ गोरक्षनाथ गंभीरे ने बताया कि “यह पुरस्कार भूख, शिक्षा और स्वास्थ्य को संबोधित करने के हमारे प्रयासों को मान्यता देता है। हम अपनी पहुंच का विस्तार करने का प्रयास करेंगे, एक उज्जवल भविष्य के लिए समाधान का आविष्कार करेंगे।” अन्नामृत फाउंडेशन के अटूट समर्पण ने जीवन को बदल दिया है, जिससे उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान मिला है।