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देवेंद्र फड़णवीस के पहल से सीएसआर से सुनिश्चित होगा बच्चों की स्कूल फीस

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खुशियों का त्योहार है दीपावली, दीयों की रौशनी से जिंदगी में खुशियां भर जाती है। मिठाइयों की मिठास से जिंदगी मीठी हो जाती है। जितना खुशियां बांटेंगे उतनी ही रौशन होगी जिंदगी। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस (DCM Devendra Fadanavis) ने भी ऐसे 263 परिवारों के साथ दिवाली की खुशियां बांटी जिनके सिर से मां-बाप का साया कोरोना काल में उठ गया था। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने इन परिवारों को एक महीने की राशन किट, दिवाली का अल्पोहार, भाऊ बीज की रकम एक भावपूर्ण कार्यक्रम में उन्हें सौंपी।

263 कोरोना पीड़ित परिवारों संग देवेंद्र फड़णवीस ने मनाई दिवाली, सीएसआर से बांटी खुशियां

नागपुर जिले के झिल्पी तहसील हिंगना स्थित श्री सिद्धिविनायक सेवा ट्रस्ट (Shri Siddhivinayak Seva Trust) की ओर से कोरोनाग्रस्तों के लिए ये प्रोजेक्ट चलाया गया है। नागपुर (Nagpur News) के पूर्व महापौर संदीप जोशी संस्था के प्रमुख हैं। श्री सिद्धिविनायक सेवा ट्रस्ट ने नागपुर जिले के 263 परिवारों का पालकत्व स्वीकारा है। कोरोना काल में इस परिवार का कमाने वाला चले जाने की वजह से संस्था ने परिवार के शिक्षा-स्वास्थ्य (CSR Education and Health) से लेकर सभी जिम्मेदारी स्वीकारे हैं।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि “श्री सिद्धिविनायक सेवा ट्रस्ट ने अत्यंत भयंकर परिस्थिति में, जब सरकार को मदद की घोषणा नहीं थी, उस समय संवेदनशीलता से कोरोना पीड़ित परिवारों और जिस परिवार ने अपने एकमात्र कमाने वाले मां बाप को खो दिया, संस्था ने अत्यंत नियोजनबद्ध तरीके से मदद की।

बच्चों की पढ़ाई के लिए होगा सीएसआर का इस्तेमाल, देवेंद्र फड़णवीस की पहल

ये बच्चें पढ़ना चाह रहे हैं, इनको अच्छा शिक्षा मिले इसलिए श्री सिद्धिविनायक सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष संदीप जोशी ने अपनी प्रास्ताविक में बच्चों के निजी स्कूल में एडमिशन फीस के बारे में सवाल खड़े किया। इस संबंध में उपमुख्यमंत्री ने फ़ौरन जिलाधिकारी को कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR – सीएसआर) से यह प्रश्न हल करने का निर्देश दिया। डिप्टी सीएम Devendra Fadanavis की पहल से अब सीएसआर (Corporate Social Responsibility) की मदद से अब इन परिवारों के बच्चे अच्छी शिक्षा हासिल कर पाएंगे।