app-store-logo
play-store-logo
October 22, 2025

गालियां दीं, पेशाब चटवाया: Lucknow के शीतला माता मंदिर में दलित बुजुर्ग के साथ अमानवीय व्यवहार

The CSR Journal Magazine
उत्तर प्रदेश की राजधानी में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। लखनऊ के काकोरी इलाके में स्थित शीतला माता मंदिर के पास 60 वर्षीय दलित बुजुर्ग रामपाल रावत के साथ कथित रूप से अमानवीय व्यवहार किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

कैसे हुई घटना: आरोप और परिस्थितियां

पुलिस के अनुसार, यह घटना सोमवार की शाम को हुई। पीड़ित रामपाल रावत ने अपनी शिकायत में बताया कि वह मंदिर परिसर में पानी पी रहे थे। इसी दौरान वहां मौजूद स्वामी कांत उर्फ पम्मू ने उन पर पेशाब करने का आरोप लगाया। रामपाल ने साफ कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया, बल्कि उनके हाथ से पानी गिर गया था। बावजूद इसके, आरोपी ने उनकी बात नहीं मानी और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उन्हें गालियां दीं। इसके बाद धमकी देकर रामपाल को जमीन चाटने के लिए मजबूर किया गया।

परिवार की प्रतिक्रिया: पोते ने बताई सच्चाई

पीड़ित के पोते मुकेश कुमार ने बताया कि उनके दादाजी को सांस लेने में तकलीफ है और उन्हें नियमित दवाइयों की जरूरत है। घटना के समय रामपाल को खांसी आई, और अनजाने में थोड़ा पेशाब निकल गया। इसी दौरान पम्मू वहां पहुंचे और जातिगत अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए रामपाल को मजबूर किया कि वे उस जगह को चाटें। मुकेश ने यह भी बताया कि रामपाल ने इस घटना के बारे में परिवार को रात भर कुछ नहीं बताया। अगले दिन सुबह ही परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

मामले की जांच: पुलिस ने दर्ज की FIR 

मुकेश ने यह भी स्पष्ट किया कि यह घटना मुख्य मंदिर से करीब 40 मीटर दूर हुई थी।पुलिस ने आरोपी स्वामी कांत उर्फ पम्मू के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 115(2) (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 351(3) (आपराधिक धमकी), और 352 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान) के साथ-साथ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और जांच जारी है।

दलीलें: पीड़ित और आरोपी

इस मामले में पीड़ित का कहना है कि उन्हें पेशाब चाटने के लिए मजबूर किया गया, जबकि आरोपी का दावा है कि उन्होंने केवल जमीन छूने के लिए कहा था। पुलिस इस पूरी घटना की गहराई से जांच कर रही है और दोषियों को सजा दिलाने का दावा किया है।

राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं

इस घटना ने राजनीतिक हलकों में भी विवाद खड़ा कर दिया है। विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “किसी की भूल का मतलब यह नहीं कि उसे अपमानजनक और अमानवीय सजा दी जाए। केवल बदलाव ही बदलाव ला सकता है।
कांग्रेस पार्टी ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की और ‘एक्स’ पर लिखा, “उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बुजुर्ग दलित व्यक्ति को अपमानित किया गया। यह घटना मानवता पर कलंक है। दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। यह घटना भाजपा और आरएसएस की दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाती है।” हालांकि पुलिस ने स्पष्ट किया कि आरोपी का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से कोई संबंध नहीं है।
Long or Short, get news the way you like. No ads. No redirections. Download Newspin and Stay Alert, The CSR Journal Mobile app, for fast, crisp, clean updates!

App Store –  https://apps.apple.com/in/app/newspin/id6746449540 

Google Play Store – https://play.google.com/store/apps/details?id=com.inventifweb.newspin&pcampaignid=web_share

Latest News

Popular Videos