बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ ने बेगूसराय से खगड़िया तक का सफर तय किया। इस दौरान राजनीतिक गलियारों में उस वक्त हलचल मच गई जब तेजस्वी अचानक पटना के एसकेएम हॉल में होने वाले धानुक सम्मेलन में शामिल होने के लिए लौट गए। हालांकि, इस वापसी से पहले का एक दिल छू लेने वाला पल लोगों के सामने आया।
हेलिकॉप्टर में ‘मिठाई’ और ‘कलम’ की भेंट
खगड़िया से पटना लौटते समय, तेजस्वी यादव ने 9 वर्षीय संतोष कुमार नाम के एक बच्चे को अपने हेलिकॉप्टर में बुलाया। करीब पांच मिनट की इस मुलाकात के दौरान, तेजस्वी ने संतोष से उसका नाम पूछा और उसे मन लगाकर पढ़ाई करने की सलाह दी। संतोष ने बताया कि तेजस्वी जी ने उसे अच्छी तरह से खाना खाने और खूब पढ़ने के लिए कहा।
पहली बार हेलिकॉप्टर में संतोष, तेजस्वी का आशीर्वाद
जब बच्चे ने तेजस्वी के पैर छुए, तो तेजस्वी ने उसे आशीर्वाद दिया और साथ ही एक पेन, चॉकलेट, चिप्स और बिस्किट भी भेंट किए। संतोष के लिए यह पल बेहद खास था, क्योंकि यह पहली बार था जब उसे हेलिकॉप्टर में बैठने का मौका मिला। खुशी से झूमते हुए संतोष ने बताया कि वह इस पेन से रोज लिखेगा और पूरी लगन से पढ़ाई करेगा। बच्चे ने यह भी विश्वास जताया कि तेजस्वी ही इस बार बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे।
यात्रा से लेकर सम्मेलन तक, राजनीतिक हलचल तेज
तेजस्वी के इस अचानक फैसले ने राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया है। खगड़िया और आसपास के जिलों में यात्रा को लेकर भारी उत्साह था, लेकिन अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि तेजस्वी धानुक सम्मेलन में क्या संदेश देते हैं और अपनी यात्रा के अगले चरणों में कौन सा नया राजनीतिक एजेंडा सामने रखते हैं। यह घटना दिखाती है कि राजनीति में भी मानवीय स्पर्श और भावनात्मक जुड़ाव कितना महत्वपूर्ण हो सकता है।