बिहार की राजनीति में जहाँ अकूत संपत्ति और लग्जरी गाड़ियों की चर्चा आम है, वहीं भागलपुर जिले के पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र के विधायक मुरारी पासवान एक दुर्लभ अपवाद बनकर उभरे हैं। भागलपुर जिले के सात विधायकों में से, मुरारी पासवान की कहानी सबसे जुदा है। उनकी सादगी ही उनकी पहचान बन गई है।

करोड़पति विधायकों के बीच एक ‘गरीब’ जनप्रतिनिधि
भागलपुर के बाकी छह विधायक करोड़पति हैं, बड़े व्यवसायों के मालिक हैं, और फॉर्च्यूनर या इनोवा जैसी महंगी गाड़ियों में सफर करते हैं। इसके ठीक विपरीत, मुरारी पासवान जिले के अकेले विधायक हैं जिनके पास कहीं आने-जाने के लिए स्कूटर या मोटरसाइकिल तक नहीं है। उनके हलफनामे के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति मात्र 6.55 लाख रुपये है। इस संपत्ति में उनकी अपनी ज़मीन, साधारण घर और पत्नी के कुछ गहने ही शामिल हैं।
आय का जरिया, मजदूरी और ‘जीविका दीदी’ का साथ
यह जानकर और भी हैरानी होती है कि मुरारी पासवान ने अपनी आय का मुख्य जरिया ‘मजदूरी’ बताया है, जबकि उनकी पत्नी ‘जीविका दीदी’ के तौर पर काम करती हैं। यह स्थिति उन्हें उनके करोड़पति सहयोगियों से एकदम अलग खड़ा करती है।


