बिहार के पूर्णिया में राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान एक हैरान कर देने वाला वाकया सामने आया है। बुलेट पर सवार होकर 20 किलोमीटर की दूरी तय कर रहे राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के काफिले में एक सुरक्षा चूक हुई, जब एक उत्साही युवक ने राहुल गांधी को गले लगाकर उन्हें ‘किस’ कर लिया। लाइनबाजार के कुंडी पुल के पास हुई इस घटना से सुरक्षाकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए।
बुलेट पर यात्रा, सुरक्षा से समझौता?
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने जब बुलेट पर सवार होकर रोड शो शुरू किया, तो सुरक्षाकर्मी उनके साथ दौड़ रहे थे। लेकिन लंबी दूरी और भीड़ के कारण वे पीछे छूट गए। राहुल की बाइक पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम भी बैठे थे, जिससे सुरक्षा घेरा कमजोर हो गया। इसी का फायदा उठाकर एक युवक ने सुरक्षा घेरे को तोड़ दिया और राहुल गांधी के इतने करीब पहुंच गया। यह घटना बताती है कि हाई-प्रोफाइल नेताओं के लिए भीड़ भरी जगहों पर सुरक्षा कितनी बड़ी चुनौती है।
सुरक्षाकर्मियों ने युवक को पकड़ा और छोड़ा
युवक की इस हरकत से राहुल गांधी भी चौंक गए। हालांकि, उनके सुरक्षाकर्मी तुरंत हरकत में आए और युवक को पकड़ लिया। सुरक्षा गार्डों ने युवक को खींचकर उसे थप्पड़ जड़ा और फिर भीड़ से दूर किया, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया गया। इस घटना ने एक बार फिर से हाई-प्रोफाइल नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
‘किस’ कांड ने सुरक्षा पर उठाए सवाल
इस घटना को सुरक्षा विशेषज्ञों ने एक गंभीर चूक बताया है। यह वाकया न सिर्फ यात्रा में रोमांच लाया, बल्कि इसने यह भी दिखाया कि नेताओं के जनता से सीधे जुड़ने के दौरान सुरक्षा कितनी नाजुक हो सकती है। यह ‘किस’ कांड भले ही किसी गलत इरादे से न किया गया हो, लेकिन इसने हाई-प्रोफाइल नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया है।