राजस्थान के दूदू क्षेत्र के शांत माने जाने वाले बांडोलाव गांव में शुक्रवार रात ऐसी घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। आधी रात करीब 1:30 बजे, एक खेत में बनी टपरी से अचानक चीखों की तेज़ आवाज़ उठी। ग्रामीण जब दौड़कर वहां पहुँचे, तो सामने का दृश्य देखकर उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई—एक युवक और युवती आग की लपटों में घिरे हुए तड़प रहे थे।
परिवार के शक ने लिया खौफनाक रूप
पुलिस के अनुसार युवक और युवती लंबे समय से एक-दूसरे को जानते थे। युवती, जिसके पति की दो साल पहले सड़क हादसे में मौत हो चुकी थी, अपने दो छोटे बच्चों के साथ रहती थी और खेती-बाड़ी करती थी। वहीं युवक, 38 वर्षीय कैलाश, मजदूरी का काम करता था।
इसी दोस्ती ने युवती के परिवार में शक की आग भड़का दी। पीड़ित कैलाश के बयान ने इस शक को सच साबित कर दिया—उसने पुलिस को बताया कि युवती के ससुर बिरदी चंद और जेठ गणेश ने पेट्रोल डालकर दोनों को आग के हवाले कर दिया।


