इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन भी किया, जिससे पूर्णिया हवाई मार्ग से देश के अन्य हिस्सों से जुड़ गया है। अब इस एयरपोर्ट का श्रेय लेने की होड़ मची है। पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि यह उनके प्रयासों का नतीजा है। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए गठबंधन के नेता इसे अपनी उपलब्धि बता रहे हैं। 17 सितंबर से इंडिगो की उड़ानें यहां से शुरू हो जाएंगी। 68 करोड़ की लागत से बने इस एयरपोर्ट का फीता खुद पीएम मोदी ने काटा।
पीएम मोदी के मंच पर पप्पू यादव क्यों? सोशल मीडिया पर उठे सवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूर्णिया जनसभा में एक तस्वीर ने सबको चौंका दिया। मंच पर एनडीए के नेताओं के बीच, पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव भी मौजूद थे। इस बात को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के ‘सिपाही’ पप्पू यादव को पीएम मोदी के मंच पर जगह क्यों दी गई?
सियासत का अजीब संयोग: ‘राहुल के सिपाही’ पप्पू यादव पीएम के साथ
पूर्णिया की इस घटना पर लोग अपने-अपने अनुमान लगा रहे हैं। पप्पू यादव भले ही निर्दलीय सांसद हैं, लेकिन वह अक्सर खुद को राहुल और प्रियंका का करीबी बताते हैं। हाल ही में दिल्ली में हुई कांग्रेस नेताओं की एक बैठक में उन्हें बुलाया गया था। इसके अलावा, राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ के दौरान भी वह कई मौकों पर तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के साथ गाड़ी में नजर आए थे। इन सब वजहों से उनकी मौजूदगी और भी चर्चा का विषय बन गई है।
बीजेपी का तर्क: सरकारी कार्यक्रम, इसलिए सांसद को मिली जगह
बिहार बीजेपी के नेताओं ने पप्पू यादव की मंच पर मौजूदगी को लेकर अपनी सफाई दी है। उन्होंने बताया कि यह कोई चुनावी रैली नहीं, बल्कि एक सरकारी कार्यक्रम था। प्रधानमंत्री मोदी देश के नेता के रूप में बिहार को सौगातें देने आए थे। इसलिए, स्थानीय सांसद होने के नाते पप्पू यादव को मंच पर जगह दी गई।