बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। सोमवार और मंगलवार को राज्य की राजनीति में दो बड़े घटनाक्रम देखने को मिले। एक ओर जहां Bihar BJP ने Pasmanda Muslim समाज को साधने के लिए ‘Pasmanda Milan Samaroh’ आयोजित किया, वहीं दूसरी ओर CM Nitish Kumar और RLM प्रमुख Upendra Kushwaha की अचानक हुई मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में नई चर्चा छेड़ दी है।
BJP Pasmanda Outreach:
सोमवार को पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय के Atal Sabhagar में आयोजित Pasmanda Milan Samaroh में बड़ी संख्या में Pasmanda Samaj के लोग शामिल हुए। इस कार्यक्रम में बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष Dilip Jaiswal ने कहा कि Waqf Act के आने के बाद समाज में जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने कहा, “Pasmanda समाज यानी कि लगभग 90 प्रतिशत Backward OBC Muslim, जिनके पास न तो सत्ता की भागीदारी रही और न ही Waqf की संपत्ति पर अधिकार। अब समय आ गया है कि उन्हें उनका हक मिले। PM Narendra Modi का ‘Sabka Saath, Sabka Vikas’ का नारा इसी दिशा में कार्य कर रहा है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि BJP अब Pasmanda समाज को मुख्यधारा में लाने के लिए कई प्रयास कर रही है, और आने वाले समय में सरकार की नीतियों में इस समाज को प्राथमिकता दी जाएगी।
CM Nitish-Kushwaha Meeting
मंगलवार को एक और अहम राजनीतिक गतिविधि सामने आई, जब RLM प्रमुख और राज्यसभा सांसद Upendra Kushwaha ने अचानक मुख्यमंत्री Nitish Kumar से मुलाकात की। इस बैठक में RLM नेता Madhav Anand भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच आगामी Bihar Assembly Election 2025 को लेकर लंबी बातचीत हुई।
Kushwaha ने NDA में सीट बंटवारे को लेकर फिर दोहराया कि गठबंधन में पुराने प्रदर्शन की बजाय वर्तमान राजनीतिक ताकत के आधार पर सीटों का निर्धारण होना चाहिए। वह पहले भी यह कह चुके हैं कि वह खुद को Nitish Kumar का “छोटा भाई” मानते हैं, लेकिन उन्हें राजनीतिक सम्मान मिलना चाहिए।
इन दोनों घटनाओं ने स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में सियासी जोड़तोड़ और सामाजिक समीकरणों को साधने की कवायद शुरू हो चुकी है। BJP जहां Pasmanda Muslims को अपने साथ जोड़ने में जुटी है, वहीं Nitish Kumar भी संभावित गठबंधन को मज़बूत करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।