Trump की Gaza Peace Plan को लेकर पाकिस्तान की जल्दबाज़ी अब उसे अंदरूनी और बाहरी दबाव दोनों में ले आई है। एक ओर जनता और विपक्ष इसके खिलाफ हैं, तो दूसरी ओर अमेरिका के साथ रिश्ते बिगाड़ने का डर भी है। ऐसे में Shehbaz सरकार के लिए यह तय करना आसान नहीं होगा कि वह Gaza Plan पर अपने रुख़ पर कायम रहे या पीछे हटे।
Shehbaz Sharif के Support ने बढ़ाई मुश्किलें
अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump की Gaza Peace Plan को समर्थन देकर पाकिस्तान अब राजनीतिक और कूटनीतिक दबाव में आ गया है। प्रधानमंत्री Shehbaz Sharif ने ट्रंप की 20-पॉइंट शांति योजना के सार्वजनिक होने से पहले ही इसका समर्थन किया और अमेरिकी राष्ट्रपति की सराहना की थी।
लेकिन जैसे ही ट्रंप ने 30 सितंबर को यह घोषणा की कि “Pakistan के प्रधानमंत्री और Field Marshal Asim Munir Gaza Plan के साथ खड़े हैं,” देश के अंदर राजनीतिक हलचल तेज हो गई। इस बयान से पहले व्हाइट हाउस में शरीफ़ और मुनीर की ट्रंप से मुलाक़ात भी हो चुकी थी।