मुंबई की महानगर पालिका (Mumbai BMC News) कॉरपोरेट के साथ मिलकर एक अभिनव प्रयोग करने जा रही है। इस अनूठे पहल में कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (Corporate Social Responsibility) फंड का इस्तेमाल किया जायेगा। दरअसल मुंबई बीएमसी स्वच्छता पर जोर देते हुए मुंबई महानगर में एक शौचालय के साथ अब कैफेटेरिया की योजना पर अमल करने का फैसला लिया गया है। मुंबई के भायखला स्टेशन के पास सीएसआर फंड (CSR Funds) से इसे बनाया जाएगा।
शौचालय के साथ कैफेटेरिया, सीएसआर से मुंबई में होगा अभिनव प्रयोग
भायखला में बनने वाले इस शौचालय को आधुनिक रूप दिया जाएगा और इसे आमदनी से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। ये अपनी तरह का पहला शौचालय होगा जिसमें कैफेटेरिया भी होगा। मुंबई के मेगा सौंदर्यीकरण अभियान में यह अनोखा कैफे वाला शौचालय होगा। भायखला में कैफेटेरिया वाला शौचालय पुरुषों के लिए दो और महिलाओं के लिए दो बनाए जाएंगे। भायखला स्टेशन के पास फुटपाथ पर ये बनाए जाएंगे।
मुंबई में सीएसआर से बने शौचालय के साथ-साथ होंगी ये सुविधाएं
मुंबई के इस कैफे वाले शौचालय में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीनें भी होगी। महिला शिशु को यहां दूध पिला सकेंगी। महिलाएं यहां अपने कपड़े धो सकती हैं और बदल सकती हैं। मुंबई महानगरपालिका (Mumbai BMC) की ए वार्ड की उपायुक्त संगीता हसनाले से जब The CSR Journal की टीम ने बात की तो संगीता ने बताया कि “कॉरपोरेट के साथ मिलकर उनके सीएसआर फंड का इस्तेमाल करते हुए हम शौचालय के साथ एक कैफेटेरिया की अवधारणा पेश करने जा रहे हैं। स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए इस पायलट प्रोजेक्ट को दो महीने के लिए लागू किया जाएगा। इसकी सफलता के बाद अन्य क्षेत्रों में भी इसे लागू किया जाएगा”।
आमदनी से जोड़ा जायेगा शौचालय वाला कैफे
अमूमन कॉरपोरेट अपने सीएसआर से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए पहल तो कर देते है लेकिन उस सीएसआर पहल को मेंटेन नहीं कर पाते हैं। ऐसे में जो भी पहल हुए होते हैं वो जर्जर हो जाते हैं। उदाहरण के तौर पर मुंबई में कई ऐसे टॉयलेट्स सीएसआर पहल से बनाये गए है लेकिन उनकी ठीक तरीके से देखभाल नहीं होने से हालत जर्जर हो जाती है। शौचालय के साथ कैफेटेरिया बनने से एक आमदनी का जरिया होगा जिससे ठीक ढंग से इसका रखरखाव किया जायेगा।