राजस्थान की राजधानी जयपुर के चौमूं कस्बे में कलंदरी मस्जिद के बाहर रेलिंग लगाने और अतिक्रमण हटाने को लेकर आधी रात बड़ा बवाल हो गया। हालात उस समय बिगड़े जब कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। घटना में छह पुलिसकर्मी घायल हुए। स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। एहतियातन चौमूं में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। पश्चिम जिले के DCP हनुमान प्रसाद मीणा ने सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है और फिलहाल क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की है।

क्या है पूरा मामला?
घटना चौमूं कस्बे की कलंदरी मस्जिद के बाहर की है। प्रशासन के अनुसार, मस्जिद के आसपास अतिक्रमण को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा था। गुरुवार को आपसी सहमति के बाद कुछ पत्थर हटाए गए थे। शुक्रवार तड़के करीब तीन बजे उसी स्थान पर कुछ लोगों द्वारा लोहे के एंगल गाड़कर रेलिंग लगाने का प्रयास किया गया। इसी दौरान मौके पर तनाव बढ़ गया और कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे स्थिति हिंसक हो गई।
पुलिस पर पथराव, छह जवान घायल
पथराव की घटना में करीब छह पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में इलाज दिया जा रहा है। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस का कहना है कि उपद्रवियों की पहचान की जा रही है और वीडियो फुटेज व अन्य सबूतों के आधार पर कार्रवाई होगी।

DCP का बयान सख्त कार्रवाई होगी
पश्चिम जिले के DCP हनुमान प्रसाद मीणा ने कहा कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कानून के दायरे में की जा रही थी। कुछ लोगों ने स्थायी अतिक्रमण का प्रयास किया और पुलिस पर पथराव किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। DCP के अनुसार, फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और इलाके में शांति है।
इंटरनेट सेवाएं 24 घंटे के लिए बंद
अफवाहों पर लगाम लगाने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने चौमूं कस्बे में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। पुलिस कमिश्नर की संस्तुति पर संभागीय आयुक्त के आदेश से यह निर्णय लिया गया। प्रशासन का कहना है कि सोशल मीडिया के जरिए भ्रामक खबरें फैलने से रोकने के लिए यह कदम जरूरी था।


