पूरे भारत में बेरोजगारी की समस्या से हर नौजवान जूझ रहा है, महाराष्ट्र भी अछूता नहीं है। बेरोजगारी की मार इस कोरोना काल में और भी बढ़ गयी है। रोजगार को लेकर जहां केंद्र और राज्य सरकार का कहना है कि नौजवानों को आत्मनिर्भर होते हुए दूसरों को रोजगार देना चाहिए वहीं हालही में सरकार के इस पहल से सोशल मीडिया पर किस तरह मोदी रोजगार दो (#modi_rojgar_do) के हैशटैग ट्रेंड किया ये हम सब ने देखा। बहरहाल महाराष्ट्र में रोजगार को लेकर एक सराहनीय पहल की जा रही है। सीएसआर की मदद से पूरे महाराष्ट्र में रोजगार के लिए काउंसलिंग की जा रही है।
बेरोजगारी ? ऐसे जानें महाराष्ट्र में कहां कहां है रोजगार के अवसर
केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से कौशल विकास के लिए कौन कौन सी योजनाएं है, इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए कहां संपर्क करें, कौन सी ऐसी वेबसाइट है जहां की मदद से रोजगार मिल सकता है, इन सब की जानकारी अब आपके गांव में मिल सकती है। दरअसल महाराष्ट्र के हर जिलों के 355 तहसीलों और हर एक गांव में कौशल विकास और रोजगार की जानकारी देने वाली एक विशेष गाड़ी को घुमाया जायेगा और जनजागृती की जाएगी। रोजगार के लिए ये पहल सोच मल्टिपर्पज सोसाइटी और महाराष्ट्र राज्य कौशल विकास सोसाइटी की सहयोग से किया जा रहा है। महाराष्ट्र राज्य कौशल विकास महाराष्ट्र सरकार के स्किल डेवलपमेंट एंड एम्प्लॉयमेंट डिपार्टमेंट के अधीन आता है।
सीएसआर (CSR) की मदद से मिल रहें है रोजगार
कौशल और रोजगार के लिए ये पहल सीएसआर के तहत किया जा रहा है, कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी की मदद से सरकार की योजना है कि कौशल और रोजगार की जानकारियां हर घर और हर गांव में पहुंचे ताकि ज्यादातर लोग इसका फायदा उठा सकें। www.mahaswayam.gov.in वेबपोर्टल, 08046878381 टोल फ्री मिस्ड कॉल पर भी ये जानकारी आपको मिल सकती है। महास्वयंम वेब पोर्टल पर महाराष्ट्र में कार्यरत विविध कंपनीज, कॉर्पोरेट्स में कितनी वेकेंसी है इसकी भी जानकारी दी गयी है। इन वेबसाइट पर ये कंपनियां अपनी वेकेंसी की जानकारियां सरकार तक पहुंचाती है और डिमांड और सप्लाई के इस चेन में महास्वयंम एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
महाराष्ट्र में पिछले साल 2 लाख रोजगार मिले
The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए कौशल विकास विभाग के सीईओ दीपेंद्र सिंह कुशवाहा ने बताया कि पिछले साल कोरोना संकट होने के बाद भी महास्वयंम वेब पोर्टल और अन्य उपक्रमों और योजनाओं की मदद से राज्य में 2 लाख बेरोजगारों को रोजगार मिले। जिसमें सीएसआर की सहयोगिता बहुत महत्त्वपूर्ण है।