केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के औद्योगिक विकास में आ रही सबसे बड़ी बाधा का खुलासा किया है। ‘हिन्दुस्तान बिहार समागम’ में चर्चा के दौरान शाह ने स्पष्ट किया कि राज्य में बड़े उद्योग (फैक्ट्रियां) न लगने की मुख्य वजह भूमि की कमी है। उनका कहना था कि निवेशकों को बड़ी इंडस्ट्री लगाने के लिए बिहार में जमीन जुटाने में भारी दिक्कत आती है, जो एक प्रमुख रुकावट बनी हुई है।
बिहार बनेगा देश का AI हब! शाह का विजन: अब ‘सॉफ्टवेयर’ की ताकत
इस चुनौती का समाधान बताते हुए अमित शाह ने बिहार के लिए एक नए विजन को सामने रखा। उन्होंने कहा कि चूंकि बड़ी भूमि-आधारित इंडस्ट्री मुश्किल है, इसलिए ऐसी इंडस्ट्री लानी चाहिए जिसमें कम जमीन की जरूरत हो। इसी क्रम में उन्होंने बड़ी घोषणा की: “हम बिहार को देश के AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का हब बनाना चाहते हैं।”
दरअसल, जब शाह से पूछा गया कि क्या बिहार 10 साल में ‘मजदूर निर्यातक प्रदेश’ नहीं रहेगा, तो उन्होंने इसे अलग नजरिए से देखने को कहा। उनका फोकस अब सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री पर है। शाह ने जोर दिया कि उनकी सरकार इन विधाओं में शिक्षित ‘मैन पावर’ तैयार करने और युवाओं के लिए अनुकूल मौके बनाने का काम करेगी।