बिहार की राजनीति में एक बार फिर शब्दों की जंग छिड़ गई है। RJD Supremo Lalu Prasad Yadav ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर BJP पर जोर-जबरदस्ती और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार का गंभीर आरोप लगाया है। लालू यादव ने कहा कि क्या Prime Minister Narendra Modi ने अपने कार्यकर्ताओं को आदेश दिया है कि वे बिहार की माताओं-बहनों को गाली दें?
लालू यादव ने क्षेत्रीय अस्मिता का मुद्दा उठाते हुए Gujarat vs Bihar की बहस को भी हवा दी। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में लिखा कि “गुजराती लोग बिहारियों को हल्के में न लें। यह बिहार है।” उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं पर शिक्षिकाओं, छात्राओं, पत्रकारों, गर्भवती महिलाओं और आम नागरिकों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। लालू ने इस घटना को “Shameful Act” करार दिया और कहा कि यह लोकतांत्रिक और सामाजिक मूल्यों का अपमान है।
NDA की ओर से पलटवार
लालू यादव के आरोपों पर NDA Leaders ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता Anil Sharma ने प्रेस वार्ता में कहा कि दरभंगा में प्रधानमंत्री मोदी और उनकी मां पर की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में बुलाए गए Bihar Bandh में सभी को सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि NDA Mahila Morcha का यह आंदोलन मां के सम्मान की रक्षा के लिए है और इसे जनता का समर्थन मिलना चाहिए।
शर्मा ने महागठबंधन पर प्रहार करते हुए कहा कि इस घटना की कीमत उन्हें चुकानी होगी। उन्होंने Rahul Gandhi पर भी निशाना साधा और कहा कि उनसे खेद की उम्मीद करना बेकार है क्योंकि वे पहले भी PM Modi के लिए अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर चुके हैं।
Rahul-Tejashwi पर आरोप
अनिल शर्मा ने कहा कि Rahul Gandhi और Tejashwi Yadav का असली मकसद लोकतंत्र को कमजोर कर देश में अराजकता फैलाना है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये दोनों नेता देश को “Bangladesh बनाने की साजिश” में लगे हुए हैं। शर्मा ने इसे Anti-National और Anti-Sanatan Forces की साजिश बताया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में Bihar Rajya Dharmik Nyas Parishad Chairman Ranvir Nandan, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी Sunil Sewak और Suraj Pandey भी मौजूद रहे।
राजनीतिक हलचल तेज
विशेषज्ञों का मानना है कि लालू यादव के तीखे बयान और एनडीए का आक्रामक रुख आने वाले Bihar Assembly Elections 2025 में बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकते हैं। एक तरफ RJD भावनात्मक और क्षेत्रीय अस्मिता का कार्ड खेल रही है, वहीं दूसरी ओर NDA इस विवाद को मां और महिला सम्मान से जोड़कर जनता को साधने की कोशिश में है।