भारतीय रेलवे अब वंदे भारत ट्रेनों के रखरखाव के लिए हाईटेक व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है। इसी कड़ी में राजस्थान के जोधपुर जिले के भगत की कोठी में देश का पहला वंदे भारत मेंटिनेंस डिपो बनाया जा रहा है। यह डिपो देश भर में प्रस्तावित चार डिपो में से पहला है, जिस पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। उम्मीद है कि 2025 के अंत तक यह डिपो पूरी तरह तैयार हो जाएगा।
तीन पिट लाइनों से एक साथ तीन ट्रेनों का होगा रखरखाव
जोधपुर मंडल के वरिष्ठ रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह डिपो करीब 600 मीटर क्षेत्र में फैला होगा और यहां एक साथ तीन वंदे भारत ट्रेनों का रखरखाव किया जा सकेगा। इसके लिए डिपो में तीन पिट लाइनें बनाई जा रही हैं। यह देश में वंदे भारत ट्रेनों की मेंटिनेंस व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
वर्कशॉप और ट्रेनिंग सेंटर का भी प्रस्ताव
डिपो के साथ-साथ एक अत्याधुनिक वर्कशॉप और प्रशिक्षण केंद्र की भी योजना बनाई गई है। इसके लिए 200 करोड़ रुपये की परियोजना प्रस्तावित की गई है। परियोजना को मंजूरी मिलने के बाद टेंडर जारी कर काम शुरू कर दिया जाएगा। इस केंद्र के जरिए कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वे आधुनिक तकनीकों के साथ कार्य कर सकें।
रेलवे करेगा नई भर्ती
डिपो के संचालन और तकनीकी कार्यों के लिए रेलवे द्वारा रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) के माध्यम से नई भर्तियाँ की जाएंगी। चयनित युवाओं को विशेष प्रशिक्षण देकर डिपो में तैनात किया जाएगा।
वंदे भारत ट्रेन: भारतीय रेलवे का भविष्य
गौरतलब है कि पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 15 फरवरी 2019 को नई दिल्ली-वाराणसी मार्ग पर चलाई गई थी। यह ट्रेन भारतीय रेलवे के नवाचार, आत्मनिर्भरता और तकनीकी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जाती है। अब इस ट्रेन के रखरखाव के लिए भी हाईटेक व्यवस्था तैयार की जा रही है|