भारत और पाकिस्तान के बीच इन दिनों अरब सागर और सर क्रीक क्षेत्र में Military Activity तेज हो गई है। भारत ने अपनी तीनों सेनाओं के साथ ‘Exercise Trishul’ शुरू किया है, जबकि पाकिस्तान ने भी लगभग उसी समय Naval Drill का ऐलान किया है। दोनों देशों का युद्धाभ्यास एक ही क्षेत्र में हो रहा है, जिससे इस इलाके में सुरक्षा हलचल बढ़ गई है। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह सिर्फ Routine Exercise नहीं बल्कि एक “संदेश” भी है — कि भारत पूरी तरह Operationally Ready है।

भारत का ‘Exercise Trishul’ — तीनों सेनाएं एक साथ मैदान में
भारत ने गुजरात और राजस्थान की पश्चिमी सीमा पर अपनी तीनों सेनाओं — Army, Navy और Air Force — के साथ ‘Trishul’ नामक बड़ा Joint Military Exercise शुरू किया है। यह अभ्यास पाकिस्तान से सटी सीमा, विशेषकर Sir Creek से लेकर Arabian Sea तक के इलाकों में चल रहा है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस अभ्यास में दक्षिणी सैन्य कमान, पश्चिमी नौसेना कमान और दक्षिण-पश्चिमी वायु कमान हिस्सा ले रही हैं। लगभग 20,000 सैनिक, 20 से 25 युद्धपोत, 40 Fighter Aircraft और कई आधुनिक Submarines इस अभ्यास में शामिल हैं। रक्षा विशेषज्ञ इसे मई 2025 में हुए Operation Sindhur के बाद सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास बता रहे हैं। इसका मुख्य उद्देश्य तीनों सेनाओं की Joint Operation Capability को और मज़बूत करना है।

पाकिस्तान ने भी शुरू किया Naval Exercise, कराची से अरब सागर तक हलचल
भारत के अभ्यास के ठीक बाद, पाकिस्तान ने भी उत्तरी अरब सागर में Naval Drill शुरू कर दी। यह अभ्यास 2 नवंबर से 5 नवंबर तक चला। पाकिस्तानी नौसेना ने बताया कि यह Pakistan International Maritime Expo and Conference का हिस्सा है, जिसमें 44 देशों के 133 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। पाक नौसेना ने कराची से लेकर जिवानी तक के समुद्री क्षेत्र में 6,000 वर्ग किलोमीटर के इलाके को Firing Zone घोषित किया है और सभी जहाजों को चेतावनी दी है कि वे इस क्षेत्र से दूर रहें।

सर क्रीक विवाद फिर चर्चा में — सीमा पर बढ़ी निगरानी
Sir Creek, भारत के गुजरात और पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बीच 96 किलोमीटर लंबा दलदली इलाका है, जिस पर दोनों देशों का अपना दावा है। हाल ही में रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तान इस क्षेत्र में Military Infrastructure तैयार कर रहा है और सीमा विवाद को हवा दे रहा है।
उन्होंने कहा था कि “अगर पाकिस्तान की ओर से कोई दुस्साहस हुआ, तो जवाब इतना निर्णायक होगा कि इतिहास और भूगोल दोनों बदल जाएंगे।” रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान में चल रहा Trishul Exercise उसी बयान का संकेत है, भारत अपने सैन्य सामर्थ्य का प्रदर्शन कर रहा है और यह स्पष्ट कर रहा है कि वह हर मोर्चे पर तैयार है।

‘Operation Sindoor’ के बाद भारत का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास
रक्षा विशेषज्ञ Rahul Bedi के अनुसार, यह अभ्यास भारत का हाल के वर्षों में सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभियान है। इसमें थल सेना, नौसेना और वायुसेना — तीनों की समन्वित रणनीति पर ज़ोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया, “इसका उद्देश्य है कि अगर भविष्य में कोई Hybrid Warfare या Terror Attack होता है, तो भारत तुरंत Multi-Domain Response दे सके।” इस अभ्यास में Rafale और Sukhoi-30 जैसे Fighter Jets, Destroyers, Submarines, और Anti-Aircraft Systems भी शामिल हैं। भारतीय वायुसेना ने इसी बीच देश के Northeast Region, जो चीन, म्यांमार, भूटान और बांग्लादेश की सीमाओं से लगता है, में भी Airspace Alert जारी किया है — यानी भारत एक साथ दो फ्रंट्स पर अभ्यास कर रहा है।


