कोरोना संक्रमण को लेकर पूरे देश में भय का माहौल बना हुआ है। ऐसे में लोग कोरोना से बचने के लिए अलग-अलग उपाय कर रहे हैं। लोग कई प्रकार के नुस्खे अपनाने के साथ-साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पुरानी परंपराओं की ओर भी लौट रहे हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण है योग। योग के नियमित अभ्यास से शरीर स्वस्थ तो रहता ही है साथ-साथ हमारी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में काफी मददगार साबित होता है। योगासन से यह खांसी, जुखाम, वायरल बुखार, कमर दर्द, सांस लेने की तकलीफ आदि बीमारियां भी दूर भागती हैं। योग करने वाले व्यक्तियों में स्फूर्ति व ऊर्जा का संचार होने के साथ-साथ शरीर के नस नाड़ियों की शुद्धि भी होती है। साथ ही रोग से लड़ने की क्षमता भी मिलती है।
कोरोना काल में बढ़ी योग को लेकर जागरूकता
जहां अभी तक कोरोना की दवाई को लेकर सिर्फ रिसर्च ही जारी है, जहां वैक्सीन को लेकर अभी तक सिर्फ शोध ही चल रहा है वही भारत की पुरानी परंपरा दुनिया को कोरोना से लड़ने के लिए एक रास्ता दिखा रही है। कोरोना काल में आयुर्वेदिक औषधियों का इस्तेमाल कर लोग काढ़ा से अपना इम्युनिटी बूस्ट कर रहें है तो वहीं कोरोना के कारण लोगों में योग को लेकर जागरूकता भी बढ़ी है। अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए लोग इन चीजों पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।
21 जून को है विश्व योग दिवस
आज विश्व योग दिवस है। हर साल पुरी दुनिया 21 जून को विश्व योग दिवस मनाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि योग को दुनियाभर में चर्चित भारत ने ही किया है। साल 2015 में ही विश्व योग दिवस की शुरूआत हो गई थी। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को योग से 11 दिसंबर 2014 को अवगत कराया था। इसी समय विश्वभर में योग को पहचान दिलाने को लेकर भारत की तरफ से कवायद तेज कर दी गई थी। अंत में जाकर संयुक्त राष्ट्र के 193 देशों के सदस्यों ने योग दिवस मनाने को लेकर प्रस्ताव को मजूरी दे दी थी। आंकड़ों की बात करें तो साल 2015 में जब पहली बार विश्व योग दिवस मनाया गया उस दौरान लगभग 10 करोड़ लोगों ने दुनियाभर में योग किया था। साथ ही इसमें से लगभग 3 करोड़ लोगों ने अकेले अमेरिका में योगाभ्यास किया था।
कोरोना की वजह से लोग घरों में कर रहें है योग
कोरोना महामारी की छाया इस बार योग दिवस पर भी देखने को मिलेगी। कोरोना के कारण योग दिवस पर इस बार कोई बड़ा आयोजन नहीं हुआ और इसकी थीम रखी गई है ‘घर पर योग, परिवार के साथ योग’। आयुष मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष योग दिवस पर सामूहिक रूप से किसी स्थान पर योग करने के बजाय लोग अपने घरों में एक तय समय पर योग करेंगे।
इन योगाभ्यासों से कोरोना से लड़ा जा सकता है
दरअसल कोरोना का संक्रमण उन लोगों को जल्दी अपना शिकार बना सकता है, जिनकी इम्युन पावर बहुत कमजोर होती है। आमतौर पर होने वाले संक्रमण में भी अगर किसी व्यक्ति की इम्युनिटी कमजोर होती है, तो वह जल्दी बीमार हो जाता है। ऐसे में योग इम्युन पावर बढ़ाता है, तो आईये जान लेतें है कुछ आसन
कपालभाति एक प्रचलित प्राणायाम है। इस प्राणायाम को करने की प्रक्रिया में सांस लेते हैं और छोड़ते हैं। रोजाना करीब पांच मिनट तक इस प्रणायाम को करने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी और आप किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचे रहेंगे।
कैसे करें –
सबसे पहले एक योग मैट बिछा लें।
अब इस पर बैठ जाएं।
सांस लीजिए और पेट पर जोर देते हुए तेजी से सांस को छोड़ें।
प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए इस प्राणायाम को आप रोज सुबह और शाम को पांच मिनट तक करें।
अनुलोम विलोम से भी मजबूत होती है इम्युनिटी
अनुलोम विलोम से आपको सामान्य रूप से होने वाली सर्दी खांसी और जुकाम तक नहीं होती है। दरअसल अनुलोम विलोम प्रणायाम को करने से श्वसन क्रिया बेहतर हो जाती है। इसके अलावा डॉक्टरी रिसर्च के मुताबिक यह भी बताया जा चुका है कि इससे आपके शरीर की इम्युनिटी काफी मजबूत होती है।
कैसे करें –
एक शांत वातावरण में योग मैट या किसी भी आसन पर बैठ जाएं।
अब अपने बाएं हाथ के अंगूठे से, बायीं नाक के छिद्र को बंद करके, दायीं नाक के छिद्र से सांस लें।
अब दायीं नाक के छिद्र को अपनी एक उंगली से बंद करें और बायीं नाक के छिद्र को खोलकर, इसके जरिए सांस छोड़ें।
दूसरी ओर से भी इस प्रक्रिया को दोहराएं।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहने के लिए इस प्राणायाम को रोज सुबह करीब पांच मिनट तक करें।
भस्त्रिका प्राणायाम भी कोरोना को रखेगा दूर
भस्त्रिका प्राणायाम के जरिए भी आप कोरोना वायरस से संक्रमित होने से बचे रहेंगे। भस्त्रिका प्रणायाम को करने से शरीर की कोशिकाएं स्वस्थ बनी रहती हैं और श्वसन क्रिया से जुड़ी कोई भी बीमारी आपको नहीं होगी। साथ ही साथ आपकी इम्युनिटी भी मजबूत रहेगी। इसके कारण आप कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहेंगे भी।
कैसे करें
सबसे पहले किसी योग मैट पर बैठ जाएं।
अब एक गहरी सांस लें।
अब पेट पर जोर देते हुए सांस छोड़ें।
इस प्रणायाम को करीब 3-5 मिनट तक करें।
आप इसे सुबह और शाम दोनों समय कर सकते हैं।
प्राणायाम को आप रोज सुबह खुद तो करें ही, साथ ही अपनी फैमिली को भी इसे करने के लिए कहें। इससे न केवल आप कोरोना के संक्रमण में आने से बचेंगे बल्कि भविष्य में भी आप कई बीमारियों से बचे रहेंगे।
युगों से चला आ रहा है योग की परंपरा, जिसे दुनिया ने अपनाया
भारत में योग को निरोगी रहने की करीब पांच हजार वर्ष पुरानी मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक पद्धति के रूप में मान्यता प्राप्त है, जो भारतीयों की जीवनचर्या का अहम हिस्सा है। सही मायनों में योग भारत के पास प्रकृति प्रदत्त ऐसी अमूल्य धरोहर है, जिसका भारत सदियों से शारीरिक और मानसिक लाभ उठाता रहा है, लेकिन कालांतर में इस दुर्लभ धरोहर की अनदेखी का ही नतीजा है कि लोग तरह-तरह की बीमारियों के मकड़जाल में जकड़ते गए। वैसे तो स्वामी विवेकानंद ने भी अपने शिकागो सम्मेलन के भाषण में सम्पूर्ण विश्व को योग का संदेश दिया था लेकिन कुछ वर्षों पूर्व योग गुरु स्वामी रामदेव द्वारा योग विद्या को घर-घर तक पहुंचाने के बाद ही इसका व्यापक प्रचार-प्रसार संभव हो सका और आमजन योग की ओर आकर्षित होते गए। देखते ही देखते कई देशों में लोगों ने इसे अपनाना शुरू किया। आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली में योग का महत्व कई गुना बढ़ गया है।
योग के गुणों को देखते हुए आईये विश्व योग दिवस के ख़ास मौके पर प्रण करें कि हर दिन कम से कम एक घंटा योग करेंगे और निरोगी रहेंगे।