कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (Corporate Social Responsibility) की मदद से हरियाणा में प्रसिद्ध शीतला माता मंदिर में अब एक बड़ी पहल की शुरुआत हुई है। शीतला माता मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए जाने वाले फूलों को अब डस्टबिन में फेंका नहीं जाएगा। कचरे के कूड़े में इन फूलों को फेंकने के बजाय इन फूलों से आर्गेनिक खाद तैयार की जाएगी। Organic Fertilizer को बनाने में फूलों के अलावा अन्य कुछ सामग्री भी इसमें प्रयोग की जाएगी। फूलों से ऑर्गेनिक खाद बनाने के लिए माता मंदिर परिसर में कंपोस्टिंग मशीन की स्थापना की गई है। ये ख़ास मशीन फूलों को आर्गेनिक फ़र्टिलाइज़र में तब्दील कर देगी। हम आपको बता दें कि फूलों द्वारा आर्गेनिक फ़र्टिलाइज़र बनाने वाली इस मशीन को सीएसआर फंड से लगाया गया है।
हरियाणा राज्य सीएसआर ट्रस्ट और फेडरल बैंक की सीएसआर पहल
शीतला देवी श्राइन बोर्ड को हरियाणा राज्य (Haryana News) सीएसआर ट्रस्ट और फेडरल बैंक के सहयोग से उपलब्ध कराई गई इस मशीन का सोहना के एसडीएम एवं श्री शीतला माता श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप सिंह ने शुभारंभ किया। इस दौरान हरियाणा राज्य सीएसआर ट्रस्ट के अतिरिक्त सीईओ गौरव सिंह और फेडरल बैंक के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। सोहना के एसडीएम एवं श्री शीतला माता (Shitala Mata Mandir Haryana) श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप सिंह ने The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए कहा कि गुरुग्राम का शीतला माता मंदिर उत्तर भारत का प्रमुख आस्था का स्थल है। जहां अनेक अवसरों पर लाखों की संख्या में भक्त माता के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।
हरियाणा में CSR पहल, फ्लावर वेस्ट से तैयार होगा ऑर्गेनिक खाद
गौरतलब है कि यह मशीन हर दिन 250 किलोग्राम फूलों के वेस्ट को को 50 किलोग्राम ऑर्गेनिक खाद में परिवर्तित करेगी। जिसे भविष्य में पैकेट पैकिंग के माध्यम से मंदिर में आने वाले भक्तों को उपलब्ध कराया जाएगा। इन पैकेट के न्यूनतम मूल्य बोर्ड की बैठक में निर्धारित किए जाएंगे। ये पहल सामाजिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति सभी शामिल पक्षों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। जिसका लक्ष्य स्वच्छ और हरित वातावरण में योगदान करना है। वेस्ट से खाद बनाने की मशीन शीतला माता मंदिर में Waste Management के प्रभावी प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जिससे एनवायरनमेंट स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा। फेडरल बैंक की सीएसआर पहल (Federal Bank CSR Initiatives) के तहत स्थापित यह मशीन वेस्ट मैनेजमेंट और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने में सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के सामूहिक प्रयासों का एक प्रमाण है।
शीतला माता मंदिर देश में नौ शक्तिपीठों में से एक है। गुड़गांव स्थित शीतला माता में लोगों की बड़ी आस्था है और बड़े पैमाने पर ये मंदिर भक्तों को आकर्षित करता है। विशेष रूप से नवरात्रि और दिवाली त्यौहार के दौरान। इस मंदिर में चैत्र और आषाढ़ में एक वर्ष में दो बार मेले लगते हैं और कुम्भ जैसी स्थिति इन मेलों के दौरान अनुभव की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस शक्तिपीठ की पूजा करने से सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है।