कैमूर जिले के मोहनिया अनुमंडल अस्पताल में लापरवाही का आलम है। अस्पताल परिसर, ट्रामा सेंटर और कई महत्वपूर्ण वार्डों में गंदा पानी भर गया है। मरीज और उनके परिजन इसी गंदगी और बदबू के बीच इलाज कराने को मजबूर हैं, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
जर्जर भवन और जलभराव का दोहरा संकट, ट्रामा सेंटर की फॉल्स सीलिंग गिरी
अस्पताल की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। जर्जर इमारत वाले ट्रामा सेंटर में जलभराव के बीच फॉल्स सीलिंग का एक हिस्सा टूटकर गिर गया। गनीमत रही कि उस समय वहां कोई मौजूद नहीं था, वरना एक बड़ा हादसा हो सकता था। इस घटना ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अधूरे नाले के निर्माण ने पैदा की समस्या, अस्पताल प्रशासन ने खड़े किए हाथ
अस्पताल प्रभारी डॉ. विजय कुमार ने इस समस्या का ठीकरा अधूरे नाले के निर्माण पर फोड़ा है। उनका कहना है कि अगर नाले का काम समय पर पूरा हो गया होता, तो अस्पताल में जलभराव की यह स्थिति नहीं बनती। अस्पताल कर्मी और मरीज, दोनों ही इस लापरवाही से परेशान हैं, लेकिन इस समस्या का तत्काल कोई समाधान नज़र नहीं आ रहा है।