जूनागढ़ साइबर क्राइम पुलिस ने ऑपरेशन म्यूल हंट के जरिये 253 करोड़ के बड़े साइबर फ्रॉड का किया पर्दाफाश, इस मामले मे 8 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, ओर एक आरोपी सूरत जेल मे बंद है. जांच मे सामने आया 360 से ज्यादा म्यूल बैंक खातों के जरिये करोड़ों की हेराफेरी सामने आई है. पुलिस की जांच कार्यवाही जारी है, इस खुलासे के बाद साइबर अपराध से जुड़े बड़े नेटवर्क की परते खुली है.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम इस प्रकार है, पवन हीरानी, जावेद तुर्क एरजन गरेजा, सोनू सोढा, चिराग साधु ओर रक्षित काछड़िया बताये गए है तथा हुसैन तुर्क की गिरफ़्तारी अभी बाकि है.
360 के लगभग बैंक खातों से की गई हेराफेरी
पुलिस जांच मे निकल के आया है, आरोपियों ने लगभग 350 से ज्यादा बैंक खातों के जरिये करोड़ों रुपये ग़बन किये है, ये साइबर फ्रॉड रैकेट पुरे देश मे सक्रिय था ओर अलग – अलग राज्यों के लोगो को अपनी ठगी का शिकार बनाया, PNB, Bank of Baroda, Bank of india बैंक समेत कई बड़े बैंको के खातों का use कर online ठगी, फर्जी ट्रांज़क्शन ओर रकम की लिएरिंग की जा रही थी, जिससे पैसो के असली श्रोत को छिपाया जा सके.
गुजरात सरकार के आदेश पर start हुई जांच प्रक्रिया
साइबर क्राइम पुलिस अधिकारी सी. वी. नायक ने बताया की गुजरात सरकार के समन्वय पोर्टल के जरिये साइबर फ्रॉड मे इस्तेमाल हो रहे म्यूल बैंक अकाउंट की जांच के आदेश मिले थे. जांच मे सामने आये लगभग 350 बैंक खाते जिनमे रकम का लेनदेन हुआ. तकनिकी निगरानी और बैंक डिटेल्स के आधार पर पुरे नेटवर्क की पहचान की गई, और इसी आधार पर अपराधियों की जूनागढ़ से गिरफ़्तारी हो सकी.


