Home हिन्दी फ़ोरम
हिन्दी फ़ोरम
चुनावी साल, छप्पड़ फाड़
एक कहावत है, गरीब की थाली में जब पुलाव आ जाये तो समझों कि देश में चुनाव आ गया है, वही कुछ हो भी रहा है, चुनावी साल है, हर एक राजनीतिक दल चुनावी चाल चल रही है, कोई पूछ रहा है हाऊ इज दी जोश तो कोई पूछ रहा है कि हाऊ इज...
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से दिल से दिल की बात।
दी सीएसआर जर्नल के एडिटर इन चीफ अमित उपाध्याय से खास बातचीत करते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया कि इसबार फिर से महाराष्ट्र और केंद्र में कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनेगी। 2014 का चुनाव परशेप्शन की लड़ाई थी जो हम हार गए। कांग्रेस के लीडर अंग्रेजी में सोचते और...
सवर्ण आरक्षण को लेकर नरेंद्र मोदी का मास्टरस्ट्रोक, आम चुनाव का ‘गेम चेंजर’ फैसला
आरक्षण को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार का ये मास्टरस्ट्रोक राजनीतिक गेम चेंजर है। राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की चुनावी हार सरकार की आखें खोलने का काम कर गई। एससी, एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने के बाद सवर्ण समाज में सरकार के प्रति नाराजगी साफ तौर पर देखी गई।...
CSR: संसदीय समिति का निर्देश कहा खनन क्षेत्रों में सरकारी कंपनियों के सीएसआर खर्च की समीक्षा करे सरकार
संसद की एक समिति ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन की परियोजनाओं के लिये राज्यों को 15,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि बांटे जाने का जिक्र करते हुए सरकार को खनन क्षेत्रों में कंपनियों के सीएसआर खर्च की समीक्षा करने को कहा है। संसदीय समिति ने ये फैसले इसलिए लिया ताकि एक ही क्षेत्र में...
किसानों की कर्जमाफी ही सत्ता की कुंजी है?
किसानों का कर्ज माफ़ करो और सत्ता की कुर्सी पर बैठो, इसी तरह की राजनीती देश में बरसों से हो रही है, इस कदम से ना देश का भला हुआ और ना ही लाभार्थी किसान का, चुनाव अभियान की शुरूआत करने के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा...
क्या राम मंदिर, गोकशी, जुमला, हनुमान की जाति ने बीजेपी की लुटिया डूबाई?
ठीक एक साल पहले राहुल गांधी की ताजपोशी हुई थी, राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था लेकिन सही मायने में एक साल बाद चुनावी नतीजों ने राहुल गांधी के सिर पर ताज पहनाया है। हमेशा कांग्रेस पूछती कि कहाँ है अच्छे दिन, वाकई में चुनावी नतीजों ने कांग्रेस के अच्छे दिन...
सिटीजन सोशल रिस्पांसिबिलिटी से सुरक्षित होगा अपना देश
आज 26/11 है, मुंबई आतंकी हमले की दसवीं बरसी, देश नम आंखों से शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहा है, मुंबई के तमाम ठिकानों पर जहां आतंकियों ने खून की होली खेली थी वहां मुंबईकर अपनों को याद कर रहे है, शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे है। 10 साल बीत गए, हर साल...
जानवर कौन? अवनि या हम
जानवर कौन ये सवाल इसलिए क्योंकि बाघिन अवनि की मौत हुई है, अवनि तो जानवर थी ही लेकिन उसे मौत के घाट उतारने वाला इंसान को क्यों ना जानवर कहा जाय, हवाला दिया जा रहा है बाघिन अवनि के नरभक्षी होने का, हवाला दिया जा रहा है 14 लोगों की मौत का जिसका कारण...
सीएसआर फंड का गड़बड़झाला, स्टेचू ऑफ़ यूनिटी में हुआ घोटाला?
जिस पटेल ने देश की आज़ादी के बाद सियासतों के बीच रियासतों को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाया, जिसने एक श्रेष्ठ भारत का सपना दिखाया, जिसने देश को अखंड बनाया, ऐसे वीर सपूत प्रणेता सरदार पटेल को देश याद करते हुए उनके सम्मान में विश्व की सबसे बड़ा मूर्ति का निर्माण हुआ, लेकिन जो...
जिंदा है रावण
अमृतसर में रावण दहन हो रहा था, रावण को जलते देख खुश हो रहे थे, रावण का अहम जल रहा था, अहंकारी रावण राख हो रहा था, रावण की बुराइयों पर राम की अच्छाई जीत पा रही थी, रावण मर रहा था लेकिन इसी बीच ऐसा हादसा हुआ जो भुलाए नही भूलता, वो चीख़,...
भारत में तेजी से फैल रहा ‘मी टू’ कैंपेन, अब तक कई बड़ी हस्तियों के नाम आए सामने
हमारे देश की महिलाएं बोल रही है, मेरी बहने, मेरी माताएं, मेरी बेटी, मेरी दोस्त बोल रही है, आवाज़ उठा रही है, लड़ रही है, सामना कर रही है। लड़ाई उस मानसिकता से है, आवाज़ समाज की बुराईयों से, सामना उस परिस्थितियों से है जो ये समझ बैठा है कि हमारा समाज पुरुष प्रधान...
समाज सुधार के लिए कोर्ट के “सुप्रीम” फैसले
जब भी अन्याय की आंधी से किसी के उम्मीद का दीया बुझता है तो उसे सिर्फ एक ही आस होती है, न्याय की आस, उम्मीद फैसले की, शायद यही वजह है कि जब भी अन्याय के बादल मंडराते है जनता की जुबान पर एक ही बात होती है, "सुप्रीम कोर्ट तक लड़ूंगा", और न्याय...