बिहार की राजनीति में एक बार फिर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की अंदरूनी कलह सतह पर आ गई है। पूर्व मंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने पटना के मनेर में एक कार्यक्रम के दौरान अपनी ही पार्टी के विधायक भाई वीरेंद्र पर बिना नाम लिए तीखा हमला बोला है। तेजप्रताप ने उन्हें “बैलवा” कहकर संबोधित किया और अपने समर्थकों को उन्हें “नाथने” का काम करने का आह्वान किया, जिससे स्थानीय राजनीति में भारी हलचल पैदा हो गई है।
तेजप्रताप यादव का ‘बैलवा’ अटैक: राजद विधायक भाई वीरेंद्र निशाने पर
तेजप्रताप ने अपने संबोधन में कहा, “जो बैलवा बेलगाम घूम रहा है, उसे नाथने का काम कीजिए।” उनके इस बयान को मनेर के विधायक भाई वीरेंद्र पर एक सीधा हमला माना जा रहा है। तेजप्रताप ने आरोप लगाया कि यही ‘बैलवा’ उनके पार्टी संगठन छात्र जनशक्ति परिषद को कमजोर करने और उन्हें बाहर निकलवाने के लिए जिम्मेदार है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि “जो व्यक्ति जनता के दिल में डेरा बना लेता है, उसे कोई हटा नहीं सकता।” यह हमला सिर्फ एक बयान नहीं, बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एक बड़ी चुनौती की तरह देखा जा रहा है।
तेजप्रताप ने मनेर के लिए खेला विकास का दांव, बेरोजगारी और पलायन पर साधा निशाना
तेजप्रताप के इस कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि राजद के भीतर मनेर सीट को लेकर खींचतान और भी तेज हो सकती है।
अपने भाषण में, तेजप्रताप यादव ने केवल व्यक्तिगत हमलों तक ही खुद को सीमित नहीं रखा। उन्होंने स्थानीय मुद्दों, जैसे बेरोजगारी और पलायन, को भी प्रमुखता से उठाया। उन्होंने मनेर के युवाओं से जुड़े इन गंभीर मुद्दों पर चिंता व्यक्त की और उन्हें भरोसा दिलाया कि अगर उन्हें मौका मिलता है तो वह इन समस्याओं का समाधान करेंगे। उन्होंने वादा किया कि मनेर के क्रिकेट ग्राउंड को विकसित किया जाएगा और रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे ताकि यहां के युवाओं को काम की तलाश में बाहर न जाना पड़े।
राजद की अंदरूनी कलह फिर सामने, तेजप्रताप के बयान ने बढ़ाई हलचल
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार में लंबे समय से चली आ रही खींचतान अक्सर सार्वजनिक मंचों पर सामने आती रही है। तेजप्रताप के इस नए हमले ने एक बार फिर पार्टी के भीतर की दरारों को उजागर कर दिया है। मनेर में उनके इस कार्यक्रम और बयानों को आगामी राजनीतिक बिसात पर एक महत्वपूर्ण चाल के रूप में देखा जा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में मनेर की राजनीति और भी दिलचस्प हो सकती है।