Tejashwi Yadav ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि, “जब Lok Sabha Elections हुए थे, तब फर्जी वोटर नहीं थे? अब कुछ सूत्र कह रहे हैं कि वोटर लिस्ट में गड़बड़ी है। मैं ऐसे सूत्र को ‘मूत्र’ समझता हूं।” उनके इस बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।
Election Commission ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि voter list revision के तहत अब तक 80 प्रतिशत फॉर्म जमा हो चुके हैं। आयोग का दावा है कि बड़ी संख्या में illegal immigrants जैसे कि नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश के नागरिकों की पहचान हुई है, जो अवैध रूप से वोटर लिस्ट में शामिल हैं।
Tejashwi के बयान पर BJP ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष Sanjay Jaiswal ने कहा, “Tejashwi जी पढ़े-लिखे नहीं हैं, इसलिए जब सिलेबस से बाहर का सवाल आता है, तो वह अनर्गल बोलते हैं।” वहीं, Amit Malviya ने कहा, “लोकतंत्र में सवाल पूछना जिम्मेदारी है, लेकिन इस तरह की भाषा अस्वीकार्य है। उन्हें बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।”
भाजपा नेता Shahnawaz Hussain और सांसद Shambhavi Choudhary ने भी Tejashwi के बयान की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों और सामाजिक मर्यादा के खिलाफ बताया।
बिहार में इस समय कानून-व्यवस्था की स्थिति और voter list integrity जैसे मुद्दों पर सियासी टकराव चरम पर है। चुनावी नज़दीकियों को देखते हुए ऐसे बयानों से माहौल और अधिक गरमा सकता है।